भारत और वेस्ट इंडीज के बीच चल रहे टेस्ट मैच के दूसरे दिन ऑल राउंडर रविंद्र जडेजा ने शानदार अर्धशतक जड़ा। शुक्रवार को खेल खत्म होने के बाद जडेजा ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘जब मिडिल ऑर्डर में मैं बल्लेबाजी कर रहा था तो मेरा पूरा ध्यान साझेदारी पर था। मैं अपने खेल को लेकर थोड़ा डरा हुआ था लेकिन मैं अपना बेस्ट देने की कोशिश कर रहा था।’
विकेट कीपर ऋषभ पंत क्रीज पर लंबे समय तक टिकने में नाकाम रहे। इसके बाद इशांत शर्मा बल्लेबाजी करने आए और उन्होंने जडेजा के साथ मिलकर 60 रनों की पारी खेली और इससे टीम इंडिया को राहत मिली।
जडेजा के सिलेक्शन पर पूर्व क्रिकेटर्स ने जताई थी नाराजगी
जडेजा ने कहा, ‘मेरा ध्यान पार्टनरशिप पर था। जब ऋषभ आउट हुए, मैं इशांत से बीच में रहने और साझेदारी बनाने के बारे में बात कर रहा था। हम एक समय में एक ओवर के बारे में सोच रहे थे।’ उन्होंने आगे कहा, विपक्षी टीम के लिए यह अच्छा नहीं होता कि लोअर ऑर्डर के खिलाड़ी लगातार रन स्कोर करें, तो यह हमारी तरह से गेम प्लान था।
बता दें जडेजा को पहले टेस्ट के लिए आर अश्विन की जगह पर लिया गया है। कई पूर्व क्रिकेटर्स इस फैसले को लेकर नाराजगी भी जता चुके हैं।
जडेजा ने कहा, ‘निश्चित तौर पर जब आपका कप्तान आप पर विश्वास करता है और मुख्य खिलाड़ी के तौर पर देखता है, तो आप अच्छा महसूस करते हैं। किस्मत से अच्छा परफॉर्म करके मैंने उस विश्वास को कायम रखा है।’
टीम इंडिया के लिए ट्रंप कार्ड साबित हुए इशांत
जब इंडियन टीम गेंदबाजी के लिए उतरी तो इशांत कप्तान कोहली के लिए ट्रंप कार्ड साबित हुए। इशांत ने अच्छे लाइन और लेंथ के साथ बोलिंग की जिससे उन्होंने 5 विकेट झटके और दूसरे दिन का मैच खत्म होने तक वेस्ट इंडीज की टीम 8 विकेट पर 189 रन बना सकी।
जडेजा ने कहा, ‘इशांत ने अच्छी बोलिंग की। हर उस ओवर में इशांत का लय बेहतर हुआ जिसमें उन्होंने बोलिंग की। अगर उन्होंने दोनों कैच नहीं पकड़े होते तो स्थितियां काफी अलग होतीं। दोनों कैचों से हमारी टीम अधिक मजबूत हुई।’