लखनऊ। खेल की दुनिया में यूपी के तीन दर्जन से ज्यादा खिलाड़ी अपना परचम लहराने इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता पहुंच गए हैं। 18 अगस्त से शुरू हो रहे एशियाई खेल में सभी खिलाड़ी अपना जलवा दिखाने को बेक़रार हैं। यह पहला मौका है जब यूपी से इतना बड़ा दल एशियाई खेलों में शामिल होगा। इसमें छह खिलाड़ी लखनऊ के हैं जिनमें हॉकी प्लेयर वंदना कटारिया, एथलीट सुधा सिंह और चिंता यादव ने बाबू स्टेडियम में बने खेल विभाग के हॉस्टल में रह कर ट्रेनिंग पूरी की है। जूडो में शामिल विजय कुमार ने यहां पर साई कैम्पस में ट्रेनिंग पूरी की है। इसके अलावा हैंडबॉल गेम में दो खिलाड़ी लखनऊ के हैं।
इंडोनेशिया में स्वर्ण जीतने पर पचास लाख का इनाम
इस बार अगर एशियाई खेलो में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ी अगर स्वर्ण जीतते हैं तो उन्हें 50 लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा। वहीं,रजत पदक जीतने वाले को 30 लाख और कांस्य पदक जीतने वाले को 15 लाख रुपए का नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा इन खेलों में हिस्सा लेने वाले को पांच-पांच लाख रुपए दिए जाएंगे। इसके अलावा स्वर्ण पदक हासिल करने वाले खिलाडि़यों को सीधे राजपत्रित अधिकारी की नौकरी दिए जाने का प्रावधान किया गया है। यूपी ओलपंकि एसोसिएशन के उपाध्यक्ष टीपी हवेलिया ने कहा कि प्रदेश के खिलाड़ी लगातार दमदार प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि एशियाई खेलों में भी प्रदेश के खिलाड़ी मेडल जीत कर देश और प्रदेश दोनों का नाम रोशन करेंगे।
सुधा सिंह जकार्ता में मेडल जीतने
लखनऊ हॉस्टल में ट्रेनिंग करने वाली सुधा सिंह से इन खेलों में काफी उम्मीदें है। सुधा ने पिछले एशियाई खेल में स्वर्ण पदक जीता था। इंचियोन एशियाई खेल में वह पदक जीतने से चूक गई थीं। हालांकि वह तीन एशियाई चैंपियनशिप में पदक हासिल कर चुकी हैं। दो ओलंपिक और तीन वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा ले चुकी सुधा सिंह जकार्ता में मेडल जीतने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। वहीं एथलीट चिंता यादव से भी काफी उम्मीदें हैं। उन्होंने भी लखनऊ हॉस्टल से ट्रेनिंग ली. चिंता यादव ने 2005 में लखनऊ हॉस्टल में एडमीशन लिया।