- भाजपा सरकार में अपराध की घटनाएं चरम पर
- रालोद नेता ने कहा, एनसीआरबी के आंकड़ों के बावजूद सरकार नहीं उठा पाई ठोस कदम
लखनऊ। लखीमपुर की जघन्य घटना ने भाजपा सरकार की धवस्त कानून व्यवस्था की सच्चाई सामने ला दी है। सरकार पीड़ितों को मुआवजा-नौकरी देने की बात करके इति श्री करना चाहती है। जबकि हकीकत यही है कि प्रदेश में हर तरफ दलितों और महिलाओं पर अत्याचार बढ़ता जा रहा है। यह बातें रालोद व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रोहित अग्रवाल ने कहीं।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में अपराध की घटनाएं चरम पर हैं। मुख्यमंत्री योगी के भाषणों में अपराध पर जीरो टॉलरेंस की बातें होती हैं। लेकिन उनके दावों में कोई दम नहीं है। एनसीआरबी के हाल के आंकड़ों में भी प्रदेश में दलितों और महिलाओं पर अपराध पूरे देश में सबसे ज्यादा होने के बावजूद मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की भाजपा सरकार ने अपराध नियंत्रण को कोई ठोस कदम नही उठाए जिसकी वजह से हाथरस, बुलंदशहर और बहराइच और उंभा की जघन्य घटनाओं के बाद लखीमपुर की घटना हो गईं। इसके अलावा हर रोज तमाम ऐसी घटनाएं हो रही हैं, जो पुलिस प्रशासन के द्वारा दबा दी जाती हैं। योगी सरकार में न्याय मिलना बहुत ही मुश्किल होता जा रहा है।
रालोद नेता ने दलित परिवार की बेटियों के साथ हुए बलात्कार के बाद नृशंश हत्याकांड के लिए भाजपा आदित्यानाथ सरकार को जिम्मेदार ठहराया। साथ ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की दलित विरोधी मानसिकता को भी घटना का जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय लोकदल एक जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभाते हुए, सरकार को जनता के प्रति उसके दायित्यों से मुंह मोड़ने नहीं देगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी को अपराध नियंत्रण की दिशा में बहुत जल्द सख्त कदम उठाना चाहिए, तभी प्रदेश के लोगों में व्याप्त भय खत्म होगा।