औरैया। सरकारी भूमि पर बने समाजवादी पार्टी (सपा) के एमएलसी कमलेश पाठक के विद्यालय के कुछ भाग को रविवार को बुलडोजर से गिराये जाने के बाद मंगलवार को जब छात्राएं वार्षिक परीक्षा देने पहुंची तो उन्हें खुले आसमान के नीचे बैठकर परीक्षा देनी पड़ी।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जिला प्रशासन ने तहसीलदार न्यायालय के आदेश के बाद सोमवार को सपा एमएलसी कमलेश पाठक के विद्यालय जनकदुलारी बालिका इंटर कॉलेज के उस भाग को बुलडोजर से तोड़ कर ध्वस्त कर दिया गया था जो सरकारी नवीन परती व बंजर भूमि पर बना था। इस कार्रवाई को सरकार द्वारा भू-माफियाओं के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत किया गया था।
उक्त कार्रवाई के बाद मंगलवार क जब छात्राएं वार्षिक परीक्षा देने विद्यालय पहुंची तो वहां का मंजर देखकर आश्चर्यचकित रह गयीं, और विद्यालय प्रबंधन द्वारा परीक्षा सम्पन्न कराने के लिए जो व्यवस्था की गयी उसी के तहत उन्होंने खुले आसमान के नीचे बैठकर परीक्षा दी। विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती मधू वाजपेई ने का कहना था कि प्रशासन द्वारा अवैध निर्माण बताकर जो कक्ष (कमरे) तोड़ दिए गए हैं वही छात्राओं के बैठने के लिए थे। आज फाइनल परीक्षा थी और सभी बच्चियां परीक्षा देने आयीं हैं। जिनमें कुछ को इधर-उधर शिफ्ट किया गया है, फिर भी जगह कम पड़ने पर मजबूरन खुले आसमान के नीचे बैठाकर परीक्षाएं करायीं गयीं हैं।
वैसे तो जनपद में हजारों बीघा जमीन पर भू-माफिया कब्जा किए हैं ऐसे में शहर में बने मां सरस्वती के भवन (जनकदुलारी बालिका इंटर कालेज) को ध्वस्त किया जाना अधिकांश लोगों को रास नहीं आ रहा है जिनका कहना है कि प्रशासन की इस कार्रवाई से विद्यालय में अध्ययनरत छात्राओं का भविष्य अंधकारमय हो गया है। वैसे भी सुप्रीम कोर्ट की नजीर है कि यदि कहीं पर विद्यालय, अस्पताल या पब्लिक हित में कोई निर्माण कर लिया गया है तो उसे हटाने की बजाय संबंधित संचालकों से बदले में दूसरी जगह भूमि ली जाये।
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर