औरैया। जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर शुक्रवार शाम जिलाधिकारी कैंप कार्यालय पर हुई महत्वपूर्ण बैठक से गायब रहे जिले के 10 बड़े अफसरों का एक दिन का वेतन रोकने का आदेश जिलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने देते हुए संबंधित अफसरों से तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण देने को कहा है। उन्होंने गैरहाजिर रहे अफसरों को कड़ी कार्यवाही करने की चेतावनी भी दी है।
आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए दो अप्रैल की शाम कैंप कार्यालय पर महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता, भूमि संरक्षण अधिकारी अभियंत्रण, पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता डीपी सिंह, जल निगम के सहायक अभियंता योगेश, डीआरडीए के सहायक अभियंता, खंड शिक्षा अधिकारी औरैया उपेंद्र प्रताप सिंह, खंड शिक्षा अधिकारी सहार रविकेश, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी व सहायक अभियंता नलकूप खंड कश्मीर सिंह गैर हाजिर रहे।
जिलाधिकारी ने बताया कि बैठक में संज्ञान में लाया गया कि उक्त अधिकारी मुख्यालय पर उपस्थित नहीं है जबकि गैरहाजिर रहे अफसरों के द्वारा मुख्यालय छोड़ने की जिलाधिकारी से कोई अनुमति भी नहीं ली गई। जिलाधिकारी ने कहा कि 26 मार्च को त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन की तिथियां घोषित होने के साथ ही आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो गई है। इस संबंध में आयोजित बैठकों में स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि ऐसे में कोई भी अधिकारी व कर्मचारी बगैर अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ेगा।
इसके बावजूद बगैर अनुमति सूचना के मुख्यालय छोड़कर चले जाना घोर अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। जिलाधिकारी ने उक्त अधिकारियों का जहां दो अप्रैल का वेतन आहरित किए जाने पर रोक लगा दी है, वहीं तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है साथ ही कहा है कि क्यों ना उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाए।
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर