औरैया। जनपद में यमुना का जलस्तर बढ़ने के साथ बहाव तेज हो गया है। पिछले आठ घंटे में नदी का जलस्तर 25 सेमी बढ़ा है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सिंध नदी व चंबल नदी में जल स्तर के बढने से यमुना नदी में पानी का बहाव तेज हो गया है। हालांकि नदी में बढ़ रहे जलस्तर पर जिला प्रशासन लगातार निगाह बनाए हुए है।
उधर केंद्रीय जल आयोग कर्मचारी भी पल-पल की रिपोर्ट तैयार करने में लगे हुए हैं। सुबह आठ बजे यमुना नदी में बढ़ रहे जल स्तर के चलते पैमाने पर पानी ने 103.45 मीटर पर आमद दर्ज करा ली थी। जिसमें लगातार तीन से चार सेमी पानी के बढने के कारण शाम चार बजे तक यमुना नदी में जल स्तर 103.70 मीटर तक पहुंच गया है।
जिसकेे चलते शवदाह गृह भी पूरी तरह से पानी में अंदर जा चुके हैं। जल स्तर के बढने से मछली पकडने वाले लोग नदी किनारे अपने-अपने कांटे डालकर बैठे मछलियों को पकड़ते दिखाई दे रहे हैं। वहीं केंद्रीय जल आयोग कर्मियों द्वारा यमुना नदी के पास स्थित पुराने कुंए में बढ़े जलस्तर से भी यमुना नदी में बढ़ रहे जल स्तर की माप की गई। जिसमें सोमवार शाम 6 बजे जल स्तर पैमाने पर 103.73 मीटर तक पहुंच गया है।
वहीं जिला प्रशासन ने बैठक कर बाढ़ प्रभावित गांवों में संभावित स्थिति से निपटने के लिए इंतजाम कर लिए हैं और आपदा से निपटने के लिए आवश्यक सामान भी खरीदा जा चुका है। जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने बताया कि संवेदनशील गांवों में सफाई कर्मचारियों और लेखपालों की तैनाती कर दी गई है, कंट्रोल रूम बनाकर यमुना के जलस्तर की प्रतिदिन मॉनिटरिंग की जा रही है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष औरैया और अजीतमल क्षेत्र के 24 गांव बाढ़ प्रभावित हुए थे। जिला प्रशासन ने इन तथ्यों को ध्यान में रखकर इस बार रणनीति तैयार की है। अपर जिला अधिकारी रेखा चैहान ने बताया कि बाढ़ प्रभावित गांवों के लिए राजस्व विभाग, सिंचाई विभाग, स्वास्थ्य विभाग, कृषि विभाग, पुलिस विभाग, जल निगम, पंचायती राज विभाग, पशुपालन विभाग, विद्युत विभाग, पीडब्ल्यूडी, बेसिक शिक्षा विभाग, डीआरडीए, परिवहन विभाग आदि विभागों के अधिकारियों को सक्रिय कर दिया गया है।
रिपोर्ट-अनुपमा सेंगर