पाकिस्तान में बलोच विरोध प्रदर्शन मशतुंग के शाल शहर तक पहुंच गया है। यहां हजारों लोगों ने 28 जुलाई को राष्ट्रीय सभा के दौरान मारे गए लोगों के नाम पर सार्वजनिक सभा की और सरकार को दोषी ठहराया। रैली में कार्यकर्ताओं और लोगों ने राज्य के उत्पीड़न और क्रूरता के खिलाफ मजबूती से खड़े होने का संकल्प लिया।
बलोच यखजेती समिति (बीवाईसी) ने कहा, बलूचिस्तान में चल रही सरकारी बर्बरता को केवल जन प्रतिरोध से ही हराया जा सकता है। इस बैठक में जनता की पूर्ण भागीदारी ने यह स्पष्ट कर दिया कि वे इस उत्पीड़न के अंत तक सचेत आधार पर अपना संघर्ष जारी रखेंगे। एकत्रित हुए लोगों ने मस्तुंग जिले में डिप्टी कमिश्नर जाकिर बलोच की हत्या का भी विरोध किया। जाकिर के वाहन को बंदूकधारियों ने निशाना बनाया और वे गोलीबारी में मारे गए थे।
पाकिस्तान में गहराया आर्थिक संकट
पाकिस्तान में आर्थिक संकट लगातार गहराता जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान की खुद को बड़ी ताकत समझने की खुशफहमी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। पाकिस्तान अभी भी भारत में घुसपैठ को बढ़ावा दे रहा है और वहीं इस्राइल के खिलाफ ईरान को सैन्य मदद देने पर भी विचार कर रहा है।
पाकिस्तान में हुए एक ताजा आर्थिक सर्वे में पता चला है कि पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति लगातार खराब होती जा रही है। हालात ये हैं कि देश के 74 प्रतिशत लोग अपने मासिक खर्चों को पूरा करने के लिए जूझ रहे हैं। पिछले साल के मुकाबले ये 14 प्रतिशत ज्यादा है। पाकिस्तान में आम जनता को अपने खर्चे पूरे करने के लिए या तो उधार लेकर काम चलाना पड़ रहा है या फिर वे पार्ट टाइम नौकरी करने को मजबूर हो रहे हैं। सरकार ने एक आर्थिक योजना तैयार की है, लेकिन बढ़ता कर्ज पाकिस्तान का सिर दर्द बढ़ा रहा है।