लखनऊ में गुरुवार को जिला सत्र न्यायालय में हुए बम से हमले के मामले में बार महामंत्री जीतू यादव को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही पुलिस की जांच से यह खुलासा हुआ कि यह हमला दहशत फैलाने के लिए किया गया था. जांच में धुआं फैलाने वाला सुतली बम निकला है.
बदमाशों द्वारा कोर्ट परिसर में किए गए हमले की जांच के तहत पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है. सीजेएम कोर्ट बमबाजी मामले में गिरफ्तार बार महामंत्री जीतू यादव केजीएमयू में भर्ती था.
बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) ने लखनऊ कोर्ट परिसर में बम विस्फोट की निंदा की है. बार काउंसिल के चेयरमैन मनन कुमार मिश्रा ने कहा, ‘बीसीआई लखनऊ में बम विस्फोट की कड़ी निंदा करता है. कई निर्दोष वकीलों को चोटें आई हैं.’
साथ ही उन्होंने कहा कि दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए. बार के सदस्य पूरी तरह से असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. कोई भी सरकार वकीलों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर रही है. मिश्रा ने कहा कि इस तरह की घटनाओं के बार-बार होने से बार काउंसिल ने एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को अधिनियमित करने की मांग की है.
दरअसल, गुरुवार को लखनऊ के जिला सत्र न्यायालय में कुछ बदमाशों ने बम से हमला कर दिया था. हमले में लखनऊ बार एसोसिएशन के संयुक्त मंत्री संजीव लोधी बुरी तरह से घायल हो गए. वहीं बम फटने से कई अन्य वकील भी जख्मी हो गए. सूचना मिलते ही वजीरगंज पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी.
संजीव लोधी के सिर पर चोट आई, बम उनके सिर पर फेंका गया था. सीसीटीवी से संदिग्धों की पहचान की जा रही है. इस घटना के बाद लोगों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की है. पीड़ित वकील संजीव लोधी ने सुरक्षा की मांग करते हुए कहा, ‘मामले की निष्पक्ष जांच की जाए. गुंडे व अराजक तत्व बम व असलहे लेकर कैसे पहुंच गए, यह बड़ा सवाल है.’