भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने सोमवार को कहा कि वह देश के विभिन्न चिकित्सा संगठनों के बीच 10 लीटर के 2000 आक्सीजन कनसंट्रेटर (सांद्रक) वितरित करेगा और इस तरह कोविड-19 महामारी के खिलाफ चल रही लड़ाई में देश के चिकित्सा बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में मदद करेगा.
महामारी की दूसरी लहर ने भारत में गंभीर स्वास्थ्य संकट पैदा किया है और रोजाना हजारों लोग अपनी जान गंवा रहे हैं. पिछले महीने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र को आक्सीजन संकट का सबसे अधिक सामना करना पड़ा था जिससे अस्पतालों में कई लोगों ने अपनी जान गंवाई थी.
बीसीसीआई ने विज्ञप्ति में कहा, भारतीय क्रिकेट बोर्ड सोमवार को घोषणा करता है कि वह कोविड-19 महामारी से निपटने में भारत के प्रयासों को मजबूत करने के लिए 10 लीटर के दो हजार आक्सीजन कनसंट्रेटर्स का योगदान देगा. बयान के अनुसार, राष्ट्र को कोरोना वायरस की दूसरी लहर का सामना करना पड़ रहा है जिससे चिकित्सा उपकरण और जीवन बचाने वाली आक्सीजन की मांग में काफी वृद्धि हुई है.
इसमें कहा गया, अगले कुछ महीनों में बोर्ड इस उम्मीद के साथ पूरे भारत में कनसंट्रेटर का वितरण करेगा कि जरूरतमंद मरीजों को अहम मेडिकल सुविधा मुहैया कराई जा सके और इस पहल से महामारी का असर कम होगा.
महामारी की पहली लहर के दौरान बीसीसीआई ने पिछले साल पीएम केयर्स में 51 करोड़ रुपये का योगदान दिया था. बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा, बीसीसीआई चिकित्सा और स्वास्थ्य समुदाय की शानदार भूमिका की सराहना करता है और वायरस के खिलाफ हमारी लंबी लड़ाई में उनका योगदान जारी है. वे सचमुच आगे बढ़कर लडऩे वाले योद्धा हैं और हमें बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया है. पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, बोर्ड ने हमेशा स्वास्थ्य और सुरक्षा को सर्वोपरि रखा है और इस संकट के समय में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है. आक्सीजन कनसंट्रेटर्स प्रभावित लोगों को तुरंत राहत मुहैया कराएंगे और उनके जल्द ठीक होने में मदद करेंगे.
सचिव जय शाह ने कहा कि बीसीसीआई के योगदान से आक्सीजन की मांग और आपूर्ति के बीच का अंतर कम होगा. उन्होंने कहा, बीसीसीआई संकट के समय में चिकित्सा उपकरणों की आपात जरूरत को समझता है और उम्मीद करता है कि इस प्रयास से देश भर में मांग और आपूर्ति के बीच के अंतर को कम करने में मदद मिलेगी.