अयोध्या। दीपोत्सव से पहले श्री राम चरित मानस के प्रसंगों पर आधारित कलाकारों द्वारा झांकियों निकाली गईं। साकेत महाविद्यालय से झांकियां निकालीं गईं।
👉रामनगरी आज फिर रचेगी इतिहास,धर्मनगरी में 24.60 लाख दीये जलाकर बनेगा विश्व रिकॉर्ड…
शहर होते हुए सरयू तट नया घाट तक जायेंगी। अचानक मौसम परिवर्तन हुआ। मामूली बूंदाबांदी हुई। फिर भी कलाकार पूरे उमंग उत्साह में थे। नृत्य करते हुए जा रहे थे। इन झांकियों में भगवान राम के जन्म से लेकर राज्याभिषेक तक स्वरूप को निखारा गया था।झांकियों के रामराज्य की परिकल्पना मूर्त रूप देने का प्रयास किया गया।
राम जन्म, राम सीता बिवाह, केवट प्रसंग, शबरी मिलाप,पुष्पक विमान रामेश्वरम सेतु, लंका दहन के अलावा नारी शक्ति, नारी सुरक्षा, महिला हेल्प लाइन, वन व पर्यावरण, बेहतर कानून व्यवस्था, बेटियों की शादी सहित झांकियों के माध्यम से संदेश देने का प्रयास किया गया।
👉60 साल के करियर में पहली बार यूपी के इस शहर में शूटिंग करेंगे Dharmendra, CM Yogi से की मुलाकात
जबकि सूर्य ढलने के बाद राम की पैढी सहित 51 घाटों पर 24 लाख दीए जलाये जायेंगे। अयोध्या को पूरी भव्यता के साथ सजाया गया है। बूंदाबांदी का असर बहुत ही मामूली रहा।
जबकि हनुमान गढ़ी के पास बूंदाबांदी का असर नहीं पड़ा। ईश्वर का चमत्कार माना जाये। दीपोत्सव में बिछाये गए दीए सुरक्षित हैं। जिन्हें जलाने में दिक्कत नहीं होगी। क्योंकि बूंदाबांदी के हल्की सी थी। राम पैढी सहित 51 घाटों वालंटियर्स अपने कार्य लगे हुए हैं।अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे हैं। दीपोत्सव को भव्यता के प्रयास में लगे हुए हैं।
रिपोर्ट-जय प्रकाश सिंह