आगरा। भागवताचार्य स्वामी आधार चैतन्य यादव को पुलिस ने उसके आगारा के ट्रांसयमुना कॉलोनी स्थित घर से गिरफ्तार किया है। बेटे की पत्नी ने स्वामी के खिलाफ गैंगरेप, आपराधिक कृत्य सहित कई संगीन धारा में औरंगाबाद (महाराष्ट्र) में मुकदमा दर्ज कराया था। औरंगाबाद से जांच थाना एत्मादुद्दौला ट्रांसफर हुई थी। दो माह से अधिक समय से भागवताचार्य और परिवार के सदस्य फरार चल रहे थे। गिरफ्तारी के बाद मंगलवार को पुलिस ने भागवताचार्य को जेल भेज दिया।
भागवताचार्य स्वामी आधार चैतन्य
पुलिस क्षेत्राधिकारी छत्ता रीतेश कुमार सिंह ने बताया कि भागवताचार्य आधार चैतन्य यादव के पुत्र विजय का विवाह कन्नौज निवासी विनय यादव की बेटी पूजा से वर्ष 2015 में हुई थी। आधार की दो पत्नी मीरा और सरला हैं। सरला का बेटा विजय अपनी शादी में ट्रांसयमुना कॉलोनी फेस-टू स्थित घर से हेलीकॉप्टर द्वारा बारात लेकर कन्नौज गया था। तब यह शादी चर्चा का विषय रही थी। इस हाईप्रोफाइल विवाह में कई नेता भी शामिल हुए थे। तत्कालीन मंत्री शिवपाल यादव भी हेलीकाप्टर से बारात में शामिल होने गए थे।
बंधक और गैंगरेप का आरोप
विवाह के कुछ माह बाद ही बेटे और बहू के बीच संबंध खराब हो गए। पूजा के पिता विनय यादव का आरोप है कि बेटी को घर में स्वामी ने बंधक बनाए रखा। उस समय आगरा पुलिस की मदद से उसको बंधनमुक्त कराया था। उसके बाद लगातार भागवताचार्य की तरफ से धमकी मिल रही थीं। बेटी के साथ गैंगरेप और अप्राकृतिक कृत्य किया गया। उसी को लेकर उन्होंने अप्रैल 2018 में थाना छावणी (औरंगाबाद) में मुकदमा दर्ज कराया था। मई में औरंगाबाद पुलिस ने इस मामले की विवेचना आगरा पुलिस को ट्रांसफर कर दी।