औरैया। किसान बिल एवं एमएसपी के विरोध में चल रहे किसान आन्दोलन के छह माह पूर्ण होने पर बुधवार को औरैया जिले के ककोर मुख्यालय पर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेताओं ने काला दिवस के रूप में मानते हुए प्रदर्शन व नारेबाजी कर उपजिलाधिकारी सदर रमेश यादव को ज्ञापन सौंपा।
इस मौके पर भाकियू के जिलाध्यक्ष उमाशंकर राजपूत ने अपने सहयोगियों के साथ 11 बजे ककोर जिला मुख्यालय पहुंचकर कहा कि किसान बिल एवं एमएसपी के विरोध में शुरू हुए किसान आन्दोलन को छह माह पूर्ण होने पर यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के आवाहन पर आज के दिन को सम्पूर्ण भारत वर्ष में काला दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसान आन्दोलन की अगुवाई कर रहे हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष व अन्य किसान पदाधिकारी के खिलाफ सरकार लगातार साजिश कर रही है जिसमें देश के किसान का पिस रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने 20 नवंबर 2020 से किसान विरोधी बिल व एमएसपी को लेकर केन्द्र सरकार के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत की थी, लेकिन सरकार द्वारा अभी तक तीनों बिलों में किसी का भी संशोधन नहीं किया गया।
उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने अपने तीनों कानूनों को न्यूनतम समर्थन बिल पर विचार नहीं किया तो हम किसानों का यह प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा। इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने सेहूद व बिधूना में एकत्रित होकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बुधवार को भारतीय किसान यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष पवन दीक्षित के नेतृत्व में सेहुद गाॅव एवं विपिन राजपूत के नेतृत्व में बिधूना किसानों ने एकत्रित होकर देश के प्रधानमंत्री से संसद में पारित तीनो बिलो को वापस लेने की मांग करते हुये उनके खिलाफ नारे बाजी की।
इस दौरान सचिन दुबे, रामस्वरूप, प्रेम राजपूत, सुरेश कुमार, रामबहादुर, बलवीर दिवाकर, सुनील, मानसिहं, गौरा देवी, इस्लाम आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे। वहीं दूसरी ओर किसानों द्वारा धरना प्रदर्शन किये जाने को लेकर पुलिस सुबह से ही जिले के कस्बा में गस्त करती रही जबकि रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ व रेलवे पुलिस पूरे दिन सर्तकता के चलते गस्त करती रही।
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर