हम एक ऐसे शख्स की बात कर रहे हैं जो कला के हर क्षेत्र में अपनी काबिलियत साबित की है चाहे बात की जाए अभिनय की, निर्देशन की या फिल्म निर्माण की ये शख्स इन सभी क्षेत्रो में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके है। जी हाँ, हम बात कर रहे हैं भोजपुरी सिनेमा के उम्दा अभिनेता व निर्माता शाहिद शम्स की, जिन्हे हम भोजपुरिया नवाब के नाम से जानते हैं। 11 मई सन 1974 को बिहार के गोपालगंज जिले मे जन्मे अभिनेता शाहिद शम्स को आज बिहार का बच्चा बच्चा जानता है। ये पहचान उनको न सिर्फ एक अभिनेता के तौर पर मिली हैं बल्कि एक समाजसेवी के तौर भी ये उतने ही सफल हैं जितने वह फिल्मो में एक अभिनेता के तौर पर कामयाब हैं। बात करे इनकी पढाई लिखाई की तो इनकी शिक्षा दिक्षा सिवान मे हुआ है। इन्होने युनानी मेडिकल कॉलेज से पढ़ाई की है। तथा पढाई पूरी करने के बाद ये फिल्मो का रुख किये और उनकी ये चाहत उनको दिल्ली ले पहुंची। और यही से इन्होने फिल्मो की दुनिया में अपना कदम बढाया।
बहुत कम ही लोग जानते हैं की अभिनेता शाहिद शम्स फिल्मो में अभिनय करने से पहले वीडियो डायरेक्टर की जिम्मेदारी भी बखुबी निभा चुके हैं। बतौर वीडियो डायरेक्टर इन्होने टी सीरिज में ढाई सौ से ज्यादा प्रोजेक्ट को सफलता पुर्वक डायरेक्ट कर चुके हैं। भोजपुरी फिल्म (पिया के घर प्यारा लगे) से बतौर अभिनेता अपने कैरियर की शुरुआत करने वाले अभिनेता शाहिद शम्स आज लगभग दर्जन भर से ज्यादा फिल्मे कर चुके हैं। इसके बाद अभिनेता शाहिद शम्स ने अपनी खुद की प्रोड्क्सन हाउस से एक फिल्म का निर्माण किया जिसका नाम था (गंगा किनारे प्यार पुकारे) इस फिल्म के निर्माता, निर्देशक और अभिनेता कोई और नहीं बल्कि खुद शाहिद शम्स थे। शाहिद ने इस फिल्म का सफल निर्माण किये, बेहतरीन निर्देशन किये और लाजवाब अभिनय भी किये और ये बता दिए की कला के हर क्षेत्र में उनसे बड़ा महारथी शायद ही कोई दूसरा है।
ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही और दर्शको का दिल जीतने भी कामयाब रही। इस फिल्म में अभिनेता शाहिद के विपरीत भोजपुरी की चर्चित गायिका देवी और सुप्रिया नजर आई थी। इसके बाद भोजपुरी सिनेमा मे शाहिद का नाम का डंका बजना शुरू हुआ जो अभी तक नहीं थमा। फिल्म (हवा में उड़ता जाए लाल दुपट्टा मलमल का) में भी इनके अभिनय को सराहा गया। बतौर निर्माता इनकी तीसरी फिल्म (जिद्दी आशिक) थी। जिसमे पवन सिंह, मनोलिसा, तनुश्री और खुद शाहिद शम्स मुख्य भुमिका में नजर आए थे। और ये फिल्म भी सुपरहिट साबित हुई। इनके बाद भोजपुरी की बहुचर्चित फिल्म (प्यार मोहब्बत जिंदाबाद) में ये एक बार फिर पावर स्टार पवन सिंह के विपरीत नजर आये थे। तथा फिल्म के सह-निर्माता भी थे। इनके अभिनय से सजी फिल्म देवर साला आंख मारे,लागल रह ए राजा जी साल की सफल फिल्मो में शामिल रही।
अभी हाल ही में इनके प्रोड्क्सन हाउस से बनी बहुचर्चित फिल्म परदेस में भी इनके बेहतरीन अभिनय की हर तरफ तारिफ की गई! ये फिल्म यूपी, बिहार के लोगों के पलायन करने के मुद्दे पर बनाई गई समाजीक फिल्म हैं। जो लोगों को बहुत हद तक जागृत किया। इस फिल्म में उनके विपरीत अभिनेत्री रुपा सिंह नजर आई थी। तथा इसके कथा व संगीतकार विनय विहारी जी थे। अभिनेता शाहिद शम्स के पीआरओ आर्यन पांडे ने बताया की अभिनेता शाहिद शम्स न सिर्फ एक बेहतरीन अभिनेता व निर्देशक हैं बल्कि एक बेहतरीन इन्सान भी हैं। वे भोजपुरी को अपनी माँ समझते हैं तथा भोजपुरी को अश्लील मुक्त करने मे जूटे हैं। गंगा किनारे प्यार पुकारे,परदेस जैसी फिल्मे इनके विचारो को दर्शाती हैं। पीआराओ आर्यन पांडे ने बताया की बहुत कम ही लोग जानते हैं की अभिनेता शाहिद शम्स सावधान इंडिया के 8 एपिसोड का सफल निर्माण कर चुके हैं। पीआराओ आर्यन पांडे की माने तो लॉक डाउन मे अभिनेता शाहिद शम्स कई फिल्मो के स्क्रिप्ट पर काम कर रहे हैं जिसकी शूटिंग लॉक डाउन बाद होने की उम्मीद हैं।
रिपोर्ट-रंजीत जायसवाल