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बिधूना : विद्यालय बना तालाब, छात्र घुटनों तक पानी से होकर स्कूल जाने को मजबूर

औरैया/बिधूना। विकास खंड के गांव बराहार में जल भराव की वजह से स्कूल भी अब तालाब बना गया है। स्कूल के बाहर सालों से भरे गन्दे पानी से गंभीर बीमारियां फैलने की आशंका बनी हुई है, उसके बाबजूद भी जिम्मेदार अनजान बने हुए है। जल भराव के बाद से स्कूल में बच्चों की उपस्थिति आधी से भी कम हो गयी है। जो आ रहे हैं उन बच्चों को पानी के बीच से होकर आना जाना पड़ रहा है। शौचालय जाने के लिए भी बच्चों को पानी से गुजरना पड़ता है, छोटे छोटे बच्चे कई बार गिरते पड़ते पहुँचते है तो कई बार गिर कर भींग जाने की बजह से घर लौट जाते है।

ब्लाक बिधूना के गांव बराहार में जलभराव की समस्या से स्कूली बच्चे ही नही बल्कि पूरा गांव परेशान है। क्योंकि गांव की मुख्य सड़क पर लगभग 100 मीटर तक घुटनों तक पानी भरा है। गांव में पानी निकास के लिए कोई प्रबंध नही किया गया, जिससे जल भराव के कारण गांव के लोगो को निकलने में बहुत परेशानी होती है। ग्रामीणों में भारी रोष देखने को मिला।

बराहार गांव में स्कूल के पास एक छोटा गड्ढ़ा (तालाब) था। स्कूल व उसके आसपास का पानी उसी गड्ढे में भरता रहता था। डेढ़ साल पहले उस तालाब को मिट्टी से भराव कर वहां पर पंचायत भवन का निर्माण करा दिया गया और गांव के जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं की गयी। यही नहीं गांव में जल निकासी के रास्तों पर भी अतिक्रमण है।

जिस कारण स्कूल, पंचायत भवन व सामुदायिक शौचालय के आसपास घरों की नालियों का गंदा पानी सड़क पर भरने लगा। यही नहीं बारिश के समय गांव में आने जाने वाले मुख्य मार्ग समेत स्कूल परिसर में भी जलभराव हो जाता है। ऐसे में ग्रामीण या तो पानी के भीतर से होकर जा रहे हैं या फिर एक तीन-चार किमी मीटर घूमकर आने जाने को मजबूर हैं।

ग्रामीण बोले- ग्रामीण ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि सड़क पर जलभराव होने से राहगीरों को गड्ढों का पता नहीं चल पाता। जिससे वह आए दिन गिरकर चोटिल हो रहे है। इसी रास्ते से स्कूली बच्चे भी आते जाते हैं, वह भी कीचड़ में गिर जाते हैं। जिम्मेदारों को इसकी परवाह नहीं है।

बीएससी के छात्र हार्दिक ने बताया कि जल निकासी न होने से लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है। कई दिनों से जल भराव होने से दुर्गंध उठ रही है। जिससे आसपास के लोगों को और भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

ग्रामीण अंकुल शर्मा ने कहा कि पानी भरने की वजह से बच्चे डर की वजह से स्कूल नही जा रहे, काफी समय से पानी गलियों में रुका हुआ है, जिस कारण अब गांव में संक्रमण फैलने का खतरा बन गया है।

ग्रामीण सत्येन्द्र कुमार अब तो हालत ऐसे बने गए है कि हर समय गांव की गलियों में पानी भरता रहता है, जिस कारण स्कूल आने-जाने वाले बच्चों के अलावा गांव की महिलाओं व युवतियों को भी गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है।
विद्यालय में 83 बच्चे व 2 लोग का स्टाफप्रा थमिक विद्यालय बराहार में प्रधानाध्यापक अमित कुमार बाजपेयी व सहायक अध्यापक भरत कुमार यादव तैनात है।

यहां पर विद्यालय में 83 बच्चे पंजीकृत है। प्रधानाध्यापक अमित कुमार ने बताया कि जलभराव की वजह से बच्चों को बहुत परेशानी होती है। समस्या के समाधान हेतु कई बार मांग की पर कोई सुनवाई नहीं हुई। बच्चों की उपस्थिति में बहुत कमी आयी है और शौचालय व हैंडपम्प का रास्ता बंद हो गया है।

प्रधान बोले- प्रधान रामकुमार ने बताया कि यहां स्कूल के पास ही एक तालाब था सारा पानी उसी में भरता रहता था। जबसे पंचायत भवन व सार्वजनिक शौचालय का निर्माण हुआ है तब से जल निकासी समस्या बन गयी है। क्योंकि गांव की ज्यादातर नालियों का उतार इसी तालाब में था। उन्होंने बताया कि ये मुख्य मार्ग चौड़ा हो रहा है। जब सड़क का काम पूरा हो जाएगा तभी इस समस्या का समाधान हो पायेगा।

रिपोर्ट – संदीप सिंह राठौर चुनमुन

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