चौरीचौरा। अखिल भारतीय ब्राह्मण जनकल्याण समिति द्वारा ज्येष्ठ माह के तृतीय बड़े मंगलवार को अखिल भारतीय ब्राह्मण जनकल्याण समिति द्वारा चौरीचौरा में भंडारे का आयोजन किया गया जिसकी सुरुवात थानाध्यक्ष चौरीचौरा संतोष अवस्थी ने किया जिसमे सैकड़ों की संख्या में लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। भंडारे से पूर्व संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा सुंदर कांड पाठ व हनुमान चालीसा का भी आयोजन हुआ।
संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित कल्याण पांडेय ने कहा कि अंजनीपुत्र हनुमानजी एक कुशल प्रबंधन थे। मन, कर्म और वाणी पर संतुलन यह हनुमान जी से सीखा जा सकता है। ज्ञान, बुद्धि, विद्या और बल के साथ ही उनमें विनम्रता भी अपार थी। सही समय पर सही कार्य करना और कार्य को अंजाम तक पहुंचाने का उनमें चमत्कारिक गुण था।
थानाध्यक्ष संतोष अवस्थी ने कहा कि हनुमानजी में अदम्य साहस है। वे किसी भी प्रकार की विपरीत परिस्थितियों से विचलित हुए बगैर दृढ़ इच्छाशक्ति से आगे बढ़ते गए। रावण को सीख देने में उनकी निर्भीकता, दृढ़ता, स्पष्टता और निश्चिंतता अप्रतिम है। उनमें न कहीं दिखावा है, न छल कपट। इस दौरान मुख्य रूप से सोमनाथ मिश्रा, योगेश दुबे, चुलबुल पांडेय, आशुतोष पांडेय, ग्राम प्रधान बृजकिशोर यादव, ग्राम प्रधान कृष्णमुरारी निषाद, पयरव प्रधान रामसकल चौधरी, राजेश शुक्ला, महेश टाइगर, छोटू यादव, रामनयन निषाद, प्रदीप गिरी, रवि शाहनी, संजय निषाद, सुदर्शन निषाद आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट-रंजीत जायसवाल