दिवाली से पहले ओडिशा की सरकार ने राज्य के युवाओं को बड़ी सौगात दी है. राज्य में कॉन्ट्रैक्ट भर्ती प्रक्रिया को पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है. ओडिशा कैबिनेट ने कॉन्ट्रैक्ट (संविदा) पर होने वाली भर्ती प्रणाली को समाप्त कर दिया है. पटनायक ने अपने एक भाषण को दौरान में युवाओं को एक बड़ी खुशखबरी दी हैं.
यानी अब आगे से ओडिशा में होने वाली सभी भर्तियां परमानेंट तौर पर की जाएंगी. इतना ही नहीं नवीन पटनायक सरकार ने अस्थायी कर्मचारी के तौर पर काम कर रहे 57 हजार कर्मियों को परमानेंट करने का फैसला लिया है.
राज्य की जनता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शनिवार को कहा, ‘2013 में संविदा भर्ती प्रणाली शुरू की गई थी. यह मेरे लिए एक कठिन निर्णय था. लेकिन अब हमारी अर्थव्यवस्था में काफी सुधार हुआ है. ओडिशा ने देश में विकास के क्षेत्र में अपनी एक नई पहचान बनाई है.’
पटनायक का कहना है कि यह ओडिशा की अर्थव्यवस्था के लिए सबसे बुरा समय था क्योंकि फंड्स न होने से राज्य स्वास्थ्य, शिक्षा, बुनियादी ढांचे, कृषि, सिंचाई और सुशासन से स्थिति में धीरे-धीरे सुधार होने लगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस फैसले से 57 हजार से ज्यादा कर्मचारियों को फायदा मिलेगा. हालांकि, सरकार को इसके लिए हर साल 1300 करोड़ रुपये खर्च करना होगा. इस निर्णय ने 57 हजार परिवारों के घरों में त्योहार से पहले ही दिवाली की जगमगाहट ला दी है.