मध्य प्रदेश में साल के अंत में होने वाले चुनाव को लेकर माहौल बनने लगा है। कांग्रेस और भाजपा के साथ तमाम दल अपनी चुनावी रणनीतियों को बनाने में जुट गए है। हाल ही में भाजपा और कांग्रेस ने चुनावी रणनीतियों को लेकर बैठक की थी।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने फिर से झूठे वादे करना शुरू कर दिया है। कांग्रेस ने पिछले विधानसभा चुनाव में भी बड़ी बड़ी घोषणाएं की थी। शिवराज सिंह चौहान ने कहा- कांग्रेस ने अपने वचन-पत्र में लोगों से वादे किए थे, अब लगातार वह उनके बारे में कमलनाथ से सवाल करेंगे। जाहिर है आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा न केवल अपने कार्यों को गिनाएगी, वरन कांग्रेस को भी उसके सवा साल के कार्यकाल के दौरान नहीं पूरा किए जाने वाले वादों को लेकर हमलावर रहेगी।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस का एक वचन बोनस का था। कांग्रेस ने कई फसलों का नाम लिखकर कहा था कि गेंहू, चना, सरसों या चावल… सभी पर बोनस दिया जाएगा। उन्होंने कमलनाथ से सवाल किया कि क्या सवा साल में एक भी बोनस दिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वचन-पत्र में कांग्रेस की ओर से जो वचन दिए गए थे उनमें से एक भी पूरे नहीं किए गए। पिछले विधानसभा चुनाव के पूर्व कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में कहा था कि पार्टी अपनी सरकार बनाने के बाद गेंहू, धान, ज्वार, बाजरा, मक्का, सोयाबीन, सरसों, कपास और ऐसी बहुत सी अन्य फसलों पर बोनस देगी।
इन बैठकों से कई बातें निकलकर सामने आई थीं। कांग्रेस ने दो वचन-पत्र लाने की बात कही है। इसमें एक वचन-पत्र आधी आबादी यानी महिलाओं पर फोकस होगा। इसे ‘प्रियदर्शिनी’ नाम दिया गया है। वहीं भाजपा ने सूबे की 230 में से 200 सीटें जीतने का टार्गेट फिक्स कर दिया है। भाजपा ने पार्टी कार्यकर्ताओं से सरकार की योजनाओं को जनता के बीच प्रचारित करने को कहा है। भाजपा की एक अन्य चुनावी रणनीति का खुलासा शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया।