लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा यह मानकर चल रही है कि कन्नौज उनका घर नहीं है, वे वहां के राजनीतिक किरायेदार हैं, जिन्हें किराया भी नहीं देना है। भाजपा सरकार को कन्नौज के विकास की चिंता नहीं है। बस समाजवादी सरकार के समय प्रारम्भ कामों में रोड़े अटकाना और समाजवादी पार्टी के नेतृत्व पर अनर्गल आरोप मढ़ना ही उन्हें आता है।
कन्नौज की ऐतिहासिक नगरी अपने इत्र के लिए मशहूर है। समाजवादी आंदोलन के प्रखर महानायक डाॅ. राममनोहर लोहिया की यह कर्मस्थली रही है। वे यहां से निर्वाचित लोकसभा सदस्य रहे हैं। डाॅ. राम मनोहर लोहिया के विचारों से प्रेरणा लेकर समाजवादी राजनीति को सामाजिक सरोकारों से जोड़कर विकासकार्यों को प्राथमिकता में रखते रहे हैं।
समाजवादी सरकार में कन्नौज में मेडिकल कालेज 2016 में उद्घाटन हुआ था। करोड़ों रूपए की लागत से जिला अस्पताल में बना ट्रामासेन्टर चार साल पहले बनकर तैयार हुआ। इसकी इमारत में करोड़ों रूपए की कई मशीने व उपकरण लगे हैं। भाजपा सरकार ने इसे शुरू नहीं कराया बल्कि यहां पुलिस चौकी बनवा दी। आज कोरोना संकट काल में इलाज का यह केन्द्र बनता पर भाजपा को तो समाजवादी सरकार के कामों को उजाड़ना है।
समाजवादी सरकार में कन्नौज में सड़क, कृषिमण्डी निर्माण तथा अन्य विकास कार्य हुए। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे जैसी कोई दूसरी सड़क देश में नहीं है जिसके किनारे दूध, आलू, फल, सब्जी तथा खाद्यान्न की मंडियां स्थापित होनी थी। कन्नौज से तिर्वा, छिबरामऊ से विधूना, तिर्वा से बेला फोरलेन सड़कों का निर्माण हुआ।
समाजवादी सरकार के कार्यकाल में छिबरामऊ में 100 शैया का अस्पताल, कन्नौज में पैरामेडिकल नर्सिंग काॅलेज, स्टेडियम, कृषि उत्पादन मण्डी भवन के अतिरिक्त फ्लाई ओवर पुल का निर्माण हुआ। तिर्वा क्षेत्र में किसान मण्डी, पाॅलीटेक्निक इंस्टीट्यूट और इंजीनियरिंग काॅलेज बने। कन्नौज क्षेत्र में डेयरी काउ मिल्क प्लांट, फकीरे पुर्वा तिर्वा क्षेत्र में बहुत बड़ा सौर ऊर्जा प्लांट तथा कन्नौज से हरदोई जोड़ने हेतु गंगा नदी पर सबसे बड़े पुल निर्माण का कार्य भी समाजवादी सरकार के समय पूरा हुआ है।
समाजवादी सरकार के समय कन्नौज-जनपद में कैंसर अस्पताल, हृदय संस्थान, 100 शैया का महिला अस्पताल के निर्माण के साथ उपचार के लिए 100 एम्बूलेंस बसों की व्यवस्था की गई थी। 5 सीएचसी और 10 पीएचसी का निर्माण कराया गया। काली नदी, ईशन नदी पर पुल के साथ कई सरकारी कार्यालयों का निर्माण कार्य भी सम्पन्न हुआ। किसान बाजार तिर्वा और किसानमंडी ठठिया के अलावा सेन्टर ऑफ एक्सीलेंट वेजिटेबल सेन्टर और वकीलों के लिए सौ चेम्बरों का निर्माण कार्य भी हुआ। उच्च शिक्षा तथा तकनीकी क्षेत्र में इंजीनियरिंग काॅलेज आईटीआई, महिला विद्यालय, परिवहन में 20 बसें, गांव में पानी के लिए 200 टंकी का निर्माण और कन्नौज के प्रत्येक गांव में विद्युतीकरण, 33 केवी के 7 सब स्टेशन का निर्माण कार्य भी समाजवादी सरकार ने किया।
लोकराज में लोकलाज होनी चाहिए किन्तु भाजपा को तो लोकतांत्रिक मूल्यों की कभी चिंता नहीं रहती है। अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन की जगह समाजवादी सरकार के समय प्रारम्भ विकास कार्यों की प्रगति में अवरोध खड़ा करना ही भाजपा बड़ा काम समझती है। भाजपाइयों का कम से कम नैतिक मर्यादाओं का पालन करना चाहिए और समाजवादी पार्टी पर अनर्गल आरोप नहीं लगाने चाहिए। भाजपा सरकार बताये उसके कार्यकाल में कन्नौज कितने विकास कार्य किए कितने काॅलेज, मेडिकल कालेज खुले? किसानों, नौजवानों के लिए क्या किया गया?
यह बात तो सभी को पता है कि समाजवादी पार्टी कभी भी जातिवादी नहीं रही है। सभी वर्गों का सम्मान समाजवादी पार्टी में रहा है। इसके विपरीत भाजपा नफरत और बंटवारे की राजनीति करती रही है। विपक्ष के प्रति उसका रवैया बदले की भावना का होता है। समाजवादी सबको साथ लेकर चलते हैं तो भाजपा फूट डालने की नीति पर चलती है। भाजपा ने प्रदेश को सिर्फ बदनामी के सिवा कुछ नहीं दिया है।