लखनऊ। नेता विधानमंडल दल (CLP Leader) कांग्रेस आराधना मिश्रा मोना (Aradhana Mishra Mona) ने मंगलवार को बजट पर योगी सरकार (Yogi government) को आड़े हाथों लेते हुए सिर्फ हाथी के दिखाने वाला दांत बताया। सीएलपी लीडर ने कहा कि प्रदेश के किसानों, युवाओं को सरकार द्वारा धोखा दिया जा रहा है। बजट (Budget) बड़ा करना दिखावे से ज्यादा कुछ नही है। सीएलपी लीडर आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि सरकार बजट का आकार बढ़ाने में लगी है, जबकि हकीकत है कि पिछले वित्तीय वर्ष में भी बड़ा बजट बनाया गया लेकिन अभी आखिरी महीने तक मात्र 55 प्रतिशत ही खर्च हो पाया। यह बजट हाथी के दिखाने वाले दांतों की तरह है, जिससे प्रदेश के लोगों का कोई फायदा नही होने वाला, जब बजट खर्च नहीं हो पा रहा है तो बढ़ाने का दिखावा क्यों ?
आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि पिछले वित्तीय वर्ष के बजट की हालत यह है कि चिकित्सा विभाग मात्र 54% बजट ही खर्च कर पाया। अस्पतालों में डॉक्टर नहीं, दवाइयां नहीं, बेड नहीं, जांच के लिए उपकरण नहीं, यही हालत ऊर्जा विभाग की है मात्र मात्र 60 % बजट खर्च कर पाया, कृषि विभाग भी सिर्फ 50% थी खर्च कर पाया, और शिक्षा विभाग मात्र 60% खर्च कर पाया , PWD विभाग की हालत भी दयनीय है वह भी 50% खर्च कर पाया।
आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि आज स्कूलों में मास्टर नहीं है, डेढ़ लाख शिक्षकों की कमी इस बार भी भारी भरकम बजट 8.08 लाख करोड़ का पेश किया गया है। लेकिन आरबीआई के जो आंकड़े हैं वह कुछ अलग ही कहानी बयां करते हैं। मोना ने कहा कि आज भाजपा सरकार की कुरीतियों की वजह से गलत नीतियों की वजह से उत्तर प्रदेश देश में सबसे बड़ा दूसरा कर्जदार प्रदेश बन गया है। प्रदेश के ऊपर 7 .70 लाख का कर्ज है। इस बजट में भी 91 हजार करोड़ रुपये कर्ज लेने की बात कही गई यानी कि प्रत्येक व्यक्ति पर 34000 से अधिक का कर्ज है जो 2017 में 18000 था वह बढ़कर 34000 हो गया।
सीएलपी लीडर ने भारी भरकम बजट पर सवाल उठाते हुए कहा वस्तु एवं सेवा कर में 57% की वृद्धि, राज्य उत्पाद शुल्क में 30% की वृद्धि, विद्युत कर शुल्क में 16% से अधिक की वृद्धि का लक्ष्य है, इस वृद्धि की पूर्ति कैसे होगी , सीधे यह आम आदमी के ऊपर वसूली का डंडा सरकार चलाने जा रही है। स्टेट जीएसटी बढ़ने से अप्रत्यक्ष रूप से महंगाई का बोझ आम आदमी पर पड़ेगा लेकिन उसी आम आदमी के लिए बजट में कुछ नहीं है। स्वास्थ्य में आयुष्मान योजना में प्रदेश में नंबर वन की बात की जा रही सच्चाई यह है कि भ्रष्टाचार के चलते स्वास्थ्य विभाग में आयुष्मान योजना दम घोंट रही है।
आराधना मिश्रा ने कहा कि हर घर नल योजना में योगी सरकार अपनी पीठ स्वयं थपथपा रही है, लेकिन आए दिन बोरिंग फेल हो रहे हैं, टंकी गिर जा रही है। सीतापुर में टंकी भरभरा कर गिर गई। उन्होंने कहा कि सिर्फ और सिर्फ घोटाला जल जीवन मिशन में हो रहा है। यही हाल सड़क निर्माण व अन्य विभागों की है। आराधना ने कहा कि शिक्षा में मात्र 13 प्रतिशत बजट दिया, जबकि अन्य राज्यों में 15% से ज्यादा है। 69000 शिक्षक भर्ती के बाद कोई भर्ती नहीं आई, डेढ़ लाख से ज्यादा शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं। ग्रामीण स्कूलों में संसाधन नहीं हैं।
सीएलपी लीडर ने कहा कि अपराध मुक्त, भय मुक्त प्रदेश बनाने का दावा करने वाली सरकार ने हालत यह बना दी है, कि उनके अपने ही कैबिनेट मंत्री जान का खतरा होने की बात कहते हैं। वह भी STF और पुलिस से भय जताते हैं। एक कैबिनेट मंत्री के ऊपर उन्हीं के कार्यकर्ता ने आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि हम मांग करते हैं कि सरकार बजट अगर बड़ा बनाने की बात करती है उसका ढिंढोरा पीटती है , तो सदन में श्वेत पत्र लाएं, जिससे प्रदेश जनता देखे कि भाजपा सरकार का चरित्र सिर्फ गुमराह करने और धोखा देने वाला है।