उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने दावा किया है कि अगले साल होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व मेंं 300 से अधिक सीट जीतकर दोबारा सरकार बनायेगी। श्री मौर्य ने यह बात पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष से मंगलवार को मुलाकात करने के बाद किया। गौरतलब है बीएल संतोष ने केशव प्रसाद मौर्य और डा. दिनेश शर्मा के अलावा योगी मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों से अलग अलग मुलाकात कर सरकार के कामकाज की जानकारी हासिल की।
बंद कमरे में करीब आधा घंटा चली मुलाकात के बाद बाहर निकल कर श्री मौर्य ने पत्रकारों से कहा कि उनकी पार्टी अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिये पूरी तरह तैयार है और प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में 300 से ज्यादा सीटे हासिल करेगी। वहीं डॉ. दिनेश शर्मा के साथ संतोष की मुलाकात करीब दस मिनट की रही और उन्होने पत्रकारों के सवालों का गोलपोल जवाब दिया। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव से मुलाकात करने वालों में स्वामी प्रसाद मौर्य और औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना के अलावा कुछ अन्य मंत्री भी शामिल थे।
वहीं पार्टी सूत्रों का कहना है कि पार्टी आलाकमान से मुलाकात के दौरान संगठन और सरकार के बीच अंर्तविरोध सामने आया है। कुछ भाजपा विधायक भी बीएल संतोष से मिलना चाहते हैं मगर विधायकों से मिलने का कोई कार्यक्रम तय नहीं किया गया है।
उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले संगठनात्मक ढांचे की मजबूती के लिये पार्टी और सरकार में जरूरी सामंजस्य को लेकर बीएल संतोष और उपाध्यक्ष एवं प्रदेश के प्रभारी राधा मोहन सिंह सोमवार को लखनऊ के दो दिवसीय दौरे पर आये थे। उन्होंने सोमवार शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास में जाकर मुलाकात की थी।
कैबिनेट स्तर के एक मंत्री ने कहा, “भाजपा नेताओं ने पार्टी के कामकाज के बारे में विस्तार से जानकारी एकत्र की और सरकार की लोकप्रियता के बारे में जानने के साथ इसमें और सुधार की गुजाइंश के बारे में पूछा।” एक अन्य मंत्री ने कहा कि भाजपा की पूरी कवायद अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर है।
पार्टी के प्रदेश महासचिव गोविंद नारायण शुक्ला ने कहा कि बीएल संतोष और राधा मोहन सिंह ने चुनाव प्रचार की रणनीति की समीक्षा की। उन्होने पाटी के अभियान सेवा ही संगठन की समीक्षा की और कहा कि कोविड के कठिन समय के दौरान लोगों की मदद कैसे की जा सकती है। उन्होने सलाह दी कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर इस प्रचार अभियान को आगे भी जारी रखा जा सकता है, जिससे लोग वैक्सीन के प्रति और अधिक जागरूक हो सकें।