कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते मामलों में कमी ने भले बिहार को राहत दी हो, लेकिन अब ब्लैक फंगस के मामलों में उसकी चिंता बढ़ा दी है. स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि म्यूकर माइकोसिस के तौर पर जाना जानेवाला ब्लैक फंगस एक नई चुनौती बनकर उभरा है. आपको बता दें कि नीतीश सरकार ने पिछले महीने महामारी के तौर पर ब्लैक फंगस को घोषित किया था.
आईजीआईएमएस में ब्लैक फंगस के कुल 91 मरीज एडमिट हैं जबकि पटना एम्स में ब्लैक फंगस पीड़ित लगभग 69 मरीजों का इलाज चल रहा है. राज्य सरकार ने ब्लैक फंगस की पुष्टि होने पर शुरुआती दिनों में ही दो मेडिकल कॉलेजों- पटना एम्स और आईजीआईएमएस को सेंटर ऑफ एक्सलेंस घोषित कर दिया था.
ब्लैक फंगस मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में ऐसे मरीजों का इलाज करने का निर्देश दिया है. उन्होंने इसके लिए अलग से वार्ड बनाने को कहा है जिसके बाद पीएमसीएच, एनएमसीएच, एसकेएमसीएच, डीएमसीएच, जेएलएनएमसीएच समेत सभी आठ मेडिकल कॉलेजों में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.