आयुर्वेद के अनुसार काला नमक अपने आहार में शामिल करने से शरीर के कई रोग दूर होते हैं। काला नमक 80 प्रकार से भी अधिक खनिजों से युक्त होता हैं। इसका सेवन कई बिमारियों से निजात दिलाने में लाभदायक हैं। सुबह के समय एक गिलास में काला नमक मिलकर पीना आपकी सेहत के लिए बहुत लाभकारी होता हैं। आज हम आपको उन बिमारियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके लिए काला नमक संजीवनी बूटी का काम करता हैं। तो आइये जानते हैं काले नमक से दूर होने वाले उन रोगों के बारे में….
जोड़ों के दर्द: मासपेशियों के दर्द और जोड़ों के दर्द से यह नमक आराम दिलाता है। आपको एक कपड़े में 1 कप काला नमक डालकर उसे बांध कर पोटली बनानी है। इसके बाद उसे किसी पैन में गरम करें और उससे जोड़ों की सिकाई करें। इसे दुबारा गरम करके फिर से दिन में दो बार सिकाई करें।
सीने की जलन तथा एसिडिटी: जिन लोगों को अक्सर सीने में जलन की समस्या होती है, उनके लिए काले नमक का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है। क्षारीय प्रकृति होने के कारण यह पेट में जाकर वहां बनने वाले एसिड को काटता है और सीने की जलन तथा एसिडिटी को ठीक करता है। काला नमक खाने से रक्त पतला होता है जिससे वह पूरे शरीर में आराम से पहुंचता है। इससे हाई कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर ठीक होता है।
ब्लड शुगर: काले नमक के नियमित सेवन से ब्लड शुगर लेवस कंट्रोल में रहता है। काला नमक छोटे बच्चों के लिए सबसे अच्छा है। यह अपच और कफ की जमावट को सीने से हटाता है। अपने शिशु के भोजन में थोड़ा सा काला नमक रोजाना मिलाएं क्योंकि इससे उनका पेट भी ठीक रहेगा और कफ आदि से भी छुटकारा मिलेगा।
खतरनाक बैक्टीरिया का नाश: काले नमक में मौजूद खनिज एंटीबैक्टीरियल का काम भी करते हें। इसकी वजह से शरीर में मौजूद खतरनाक बैक्टीरिया का नाश होता है। यह पाचन को दुरस्त करके शरीर की कोशिकाओं तक पोषण पहुंचाता है, जिससे मोटापा कंट्रोल करने में मदद मिलती है। समुद्री नमक छोड़कर आपको इस नमक को अपने आहार में शामिल करना चाहिये।