लखनऊ। समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच चुनावी गठबंधन की घोषणा होते ही दोनों दलों में उत्साह देखते बन रहा था। होटल ताज में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमों मायावती द्वारा संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस की खबर बाहर आते ही दोनों दलों के कार्यकर्ता एकसाथ एकत्र होकर नारे बजी करने लगे।
मायावती और अखिलेश यादव का जोरदार स्वागत
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने बताया है कि प्रेस कांफ्रेंस से बाहर आते ही बसपा नेत्री मायावती और सपा नेता अखिलेश यादव का जोरदार स्वागत किया गया। सैकड़ों कार्यकर्ता दोनों दलों का झंडा लिए सड़क के दोनों ओर खड़े होकर दोनों नेताओं के जिंदाबाद के नारे लगा लगे।
राजनीति में एक साहसिक कदम
समाजवादी पार्टी मुख्यालय पहुंचने पर सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने अखिलेश को बधाई देते हुए प्रदेश को बचाने के लिए गठबंधन को सकारात्मक निर्णय बताया। उनका मानना है कि अखिलेश यादव ने बड़े दिल का परिचय देते हुए राजनीति में एक साहसिक कदम उठाया है।
जनता भाजपा को 2019 में पीछे कर देगी : अखिलेश
श्री यादव ने कार्यकर्ताओं से कहा कि गठबंधन का फैसला महत्वपूर्ण है। भाजपा देश के लिए खतरा है। हमें भाजपा की हर साजिश को नाकाम करना है और आपसी भाईचारे को मजबूत करना है। भाजपा ने नौजवानों के सपनों को तोड़ा है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने किसानों को धोखा दिया है। सरकारी कुनीतियों के चलते व्यापार चैपट हुआ है। भाजपा राज में नफरत और अपराध में बढ़त हुई है। अब समय आ गया है जब जनता को अपना आक्रोश जताने का शीघ्र मौका मिलेगा। भाजपा को अब सत्ता से बाहर जाना ही होगा। भाजपा ने देश को दुनिया के मुकाबले सड़क, अस्पताल, पढ़ाई, चिकित्सा सभी क्षेत्र में पीछे कर दिया है। जनता भी भाजपा को 2019 में ही पीछे कर देगी।
समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में
अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे अब अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर जनता के बीच समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच गठबंधन की जानकारी दें और भाजपा की जनविरोधी नीतियों के बारे में बताएं। उन्हें अभी से समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशियों के पक्ष में भारी मतदान के लिए तैयार करें। उन्होंने कहा कि आज के ऐतिहासिक निर्णय की सफलता में सभी कार्यकर्ताओं की भूमिका महत्वपूर्ण होगा।