- कही क्षमता से अधिक हैं छात्र
- पर्याप्त कक्ष निरीक्षको की है दिक्कत
बहराइच. आम चुनाव के मद्देनजर करीब महीने भर बिलंब से कल से यूपी बोर्ड की परीक्षाए शुरू हो रही है। कहने को तो हर बार बोर्ड परीक्षा में व्यापक सुधार के दावे किये जाते है। लेकिन अगर जमीनी हकीकत की बात कहें तो ये दावे खोखले दिखाई पड़ते हैं। पयागपुर विधानसभा क्षेत्र स्थित के बी इंटर कालेज के विज्ञान वर्ग के छात्रो का परीक्षा केंद्र मामराज बालिका राजकीय विद्यालय नूरपुर बनाया गया। जहाँ संसाधन के अभाव में छात्र जमीन पर बैठ कर परीक्षा देने को मजबूर होंगे। ये तो महज एक बानगी मात्र है,जिले के ऐसे कई परीक्षा केन्द्र हैं जहाँ या तो पर क्षमता से अधिक छात्र ठूस दिये गये हैं, या फिर कक्ष निरीक्षको का टोटा है। कल से शुरू हो रही बोर्ड परीक्षाओं की प्रथम पाली में हाईस्कूल हिंदी व द्वितीय पाली में इंटर की हिंदी के प्रथम प्रश्न पत्र की परीक्षा समपन्न होनी है। बावजूद इसके जिला प्रशासन की तरफ से अब तक जो व्यवस्था दिखाई पड़ रही है, हाकित से कोसों दूर है। देखने वाली बात तो यह होगी कि क्या जिला प्रशासन नकलविहीन परीक्षा संपन्न करा पाने में सक्षम साबित होगा!