जौनपुर। कलेक्ट्रेट में बन रही नाली भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी की भेट चढ़ गयी अभी नालियां बने दस दिन भी नहीं बीते टूटकर बिखरना शुरू हो गयी। लोगों को कहना है कि जब जिलाधिकारी कार्यालय में हो रहे निर्माण का यह हाल है तो अन्य स्थानों का तो विकास राम भरोसे ही है।
कलेक्ट्रेट में नहीं थी नाली
आजादी के बाद जिला मुख्यालय के कलेक्ट्रेट में नालियां नहीं बनी , जिसका बरसात में यहनतीजा होता था कि जगह जल जमाव हो जाता था और लोगों को आने जाने में भारी मुसीबत होती थी लोग मजबूरन पानी में से होकर जाते थे।
- निवर्तमान डीएम सर्वज्ञराम मिश्र के कार्यकाल में कलेक्ट्रेट के चारों ओर नाली बनाने का काम शुरू हुआ।
- लेकिन ठेकेदार ने इसमें मनमानी की सीमा पर कर दिया।
- नाली का निर्माण मानक के अनुरूप नहीं कराया गया।
- सीमेण्ट के साथ बालू का अनुपात बहुत ज्यादा था।
- सरिया भी मानक के अनुरूप पतली और कम मात्रा में लगायी गयी।
- निर्माण के समय ही कुछ लोगों ने इस पर सवाल उठाया था।
- लेकिन ठेकेदार ने अपने तरीके से काम पूरा कराना शुरू किया।
- सदर तहसील के पास बनी नाली निर्माण के दस के दिन बाद ही ध्वस्त होना शुरू हो गयी।
- निर्माण कार्य में लापरवाही का आलम बहुत ज्यादा था।
- नालियां बनवाने के लिए खोदाई करायी उसकी मिट्टी तक नहीं हटवाई गयी ।
- अधिवक्तओं और प्रबुद्धजनों ने नाली निर्माण की जांच कर दोषी ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही की मांग किया है।