चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने शुक्रवार को दिल्ली कैंट में चल रहे एनसीसी गणतंत्र दिवस शिविर का दौरा किया। एनसीसी के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह ने उनका स्वागत किया। एनसीसी के तीनों विंग यानी सेना, नौसेना, वायु सेना से आए कैडेट्स के गार्ड ऑफ ऑनर की समीक्षा करके सीडीएस गदगद हुए। इसके बाद पिलानी (राजस्थान) के बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस की कैडेट्स ने शानदार बैंड का प्रदर्शन किया।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ने प्रभावशाली ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ और बेदाग ड्रिल प्रस्तुत करने के लिए एनसीसी कैडेट्स को सराहा। उन्होंने कहा कि एनसीसी ‘एकता और अनुशासन’ के अपने आदर्श वाक्य के अनुरूप है। अब यह मामूली शुरुआत से 17 लाख से अधिक कैडेट्स के साथ दुनिया का सबसे बड़ा वर्दीधारी युवा संगठन बन गया है। उन्होंने देश के युवाओं में अनुशासन, नेतृत्व और सौहार्द्र के गुण विकसित करने में एनसीसी के योगदान की सराहना की।
उन्होंने राष्ट्र निर्माण में एनसीसी कैडेटों के सराहनीय प्रयासों और अंतरराष्ट्रीय योग दिवस, हर घर तिरंगा, पुनीत सागर अभियान और अन्य समान पहल जैसी गतिविधियों में उनके महत्वपूर्ण योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने खेल और साहसिक गतिविधियों में एनसीसी कैडेट्स की भागीदारी का भी उल्लेख किया। उन्हें उन उपलब्धियों के बारे में जानकर खुशी हुई, जहां एनसीसी कैडेट टीमों ने सुब्रतो कप और जवाहर लाल नेहरू हॉकी चैंपियनशिप में भाग लिया था। उन्होंने मावलंकर शूटिंग चैम्पियनशिप में पदक जीतने के लिए एनसीसी कैडेट्स की भी सराहना की।
उन्होंने एनसीसी कैडेट्स को सफलता या असफलता की चिंता न करते हुए उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने और जीवन में आशावादी रहने की सलाह दी। सीडीएस ने विभिन्न सामाजिक जागरुकता विषयों को दर्शाने वाले सभी 17 एनसीसी निदेशालयों के ‘ध्वज क्षेत्र’ का निरीक्षण किया। उन्हें कैडेट्स ने अपने-अपने मॉडलों के बारे में जानकारी दी। जनरल ने अन्य विशिष्ट अतिथियों के साथ एनसीसी सभागार में प्रतिभाशाली कैडेट्स के शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम देखे।