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सेना में भर्ती प्रक्रिया में बड़े परिवर्तन के संकेत
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योजना के तहत सेना में 4 वर्षों के लिए युवाओं को भर्ती कराया जाएगा, दिया जाएगा आकर्षक वेतन
- Published by- @MrAnshulGaurav
- Wednesday, June 15, 2022
लखनऊ। मध्यकमान सेनाप्रमुख योगेन्द्र डिमरी ने आज (15 जून) सेना में भर्ती प्रक्रिया में बड़े परिवर्तन के लिए अग्निपथ भर्ती योजना की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि अग्निपथ भर्ती योजना के तहत सेना में 4 वर्षों के लिए युवाओं को भर्ती कराया जाएगा। इसके साथ ही उन्हें नौकरी से छोड़ते समय सेवा निधि पैकेज प्राप्त होगा। इस योजना के तहत सेना में सम्मिलित होने वाले युवाओं को अग्निवीर की संज्ञा दी जाएगी।
युवाओं को न्यूनतम शैक्षिक योग्यता हाईस्कूल के बाद 4 वर्षों के लिए सेना में भर्ती कराया जाएगा। सेना इन युवाओं को 12वीं तक की शिक्षा प्राप्त करने में मदद करेगी। इस के चलते अग्निवीरों को आकर्षक वेतन प्राप्त होगा। सेना की 4 वर्ष की नौकरी के बाद युवाओं को भविष्य के लिए और मौके दिए जाएंगे।
4 वर्ष की नौकरी के बाद सेवा निधि पैकेज प्राप्त होगा
इस योजना के तहत भर्ती किए जाने वाले अधिकांश जवानों को 4 वर्ष बाद मुक्त कर दिया जाएगा। हालांकि, कुछ जवान अपनी नौकरी को जारी रख सकेंगे।
आयुसीमा के तहत 17.5 वर्ष से 21 वर्ष के युवाओं को अग्निवीर बनने का अवसर प्राप्त हो सकेगा। प्रेसवार्ता के दौरान बताया गया कि इन अग्निवीरों की ट्रेनिंग 10 सप्ताह से 6 महीने तक होगी। इसके लिए 10/12वीं के विद्यार्थी आवेदन कर सकेंगे।
अग्निवीरों की पहली भर्ती अब से 90 दिनों के भीतर
यदि कोई अग्निवीर देश सेवा के दौरान शहीद हो जाता है, तो उसके घरवालों को सेवा निधि समेत एक करोड़ रुपए से अधिक की रकम ब्याज सहित मिलेगी। इसके अतिरिक्त बाकी बची नौकरी का भी वेतन दिया जाएगा। वहीं, यदि कोई अग्निवीर डिसेबिल हो जाता है, तो उसे 44 लाख रुपए तक की राशि दी जाएगी। इसके अतिरिक्त बाकी बची नौकरी का भी वेतन मिलेगा। पूरे देश में मेरिट के आधार पर भर्तियां होंगी। जो लोग इन भर्ती परीक्षा में चयनित होंगे, उन्हें चार वर्ष के लिए नौकरी मिलेगी।
मध्यकमान सेनाप्रमुख के अनुसार,
अग्निपथ योजना के तहत युवाओं को पहले साल 4.76 लाख का सालाना पैकेज प्राप्त होगा। चौथी साल तक बढ़कर ये 6.92 लाख तक पहुंच जाएगा। इसके अतिरिक्त अन्य रिस्क और हार्डशिप भत्ते भी मिलेंगे। 4 वर्ष की नौकरी के बाद युवाओं को 11.7 लाख रुपए की सेवा निधि दी जाएगी। इस पर कोई कर नहीं लगेगा। एक सवाल के जवाब में बताया गया कि अग्निवीरों की सेवा समाप्ति के बाद रेग्युलर सैनिकों की तरह कैन्टीन व अन्य सुविधाएं प्राप्त नहीं हो सकेगी।
रिपोर्ट – दयाशंकर चौधरी