मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने सेफ सिटी परियोजना की समीक्षा के दौरान कहा कि 17 नगर निगमों और गौतमबुद्ध नगर को महिलाओं, बुजुर्गों, बच्चों और दिव्यांग जनों के लिए सबसे सुरक्षित शहर बनाया जाए। आईसीसीसी व आईटीएमएस के माध्यम से पकड़े गए अपराधियों का खूब प्रचार प्रसार हो, ताकि अपराधियों में दहशत व्याप्त हो। लोगों को भी पता चलना चाहिए कंट्रोल रूम से शहर पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।
उन्होंने कहा कि बालिकाओं के स्कूल व कालेज के पास पुलिसकर्मियों की ड्यूटी सादे परिधान में लगाते हुए शोहदों एवं शरारती तत्वों पर कठोर कार्यवाही की जाए। शहरों में डार्क प्लेसेज को चिन्हित कर स्ट्रीट लाइट लगवाई जाए। पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए। आम जन, व्यापारियों, संस्थान संचालकों को जागरूक कर उन्हें सीसीटीवी कैमरे लगवाने के लिए प्रेरित किया जाए। इनको कंट्रोल रूम से इंटीग्रेट करने के कार्य में प्रगति लाई जाए।
औद्योगिक विकास विभाग द्वारा इंडस्ट्रियल स्टेट में सुरक्षा के क्या प्रबंध हैं, इसकी समीक्षा की जाए। गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा महिलाओं की सुरक्षा के लिए जारी दिशा निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए। सिटी बसों में पैनिक बटन का व्यापक प्रचार प्रसार कर लोगों को जागरूक किया जाए। बटन का दुरुपयोग करने वालों पर एक्शन लिया जाए। बैठक में प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद समेत संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।