लखनऊ। बुधवार की सुबह सिविल अस्पताल Civil Hospital में करीब साढ़े दस बजे एसीएम चतुर्थ अमित कुमार और इमरजेंसी मेडिकल आफिसर डा. एस अली में देर तक तीखी नोक-झोक हुई।
एसीएम अपने साथ Civil Hospital के डाक्टर को
विवाद बढ़ने पर एसीएम अपने साथ Civil Hospital के डाक्टर को हजरतगंज कोतवाली ले गए। वहां से लौटने के बाद डाक्टर की मौजूदगी में एसीएम ने अलग-अलग जगहों से बर्न के आए चार लोगों के बयान दर्ज किए। इस मामले को लेकर सिविल अस्पताल में घंटों अफरातफरी मची रही।
सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में
बहराइच, सीतापुर सहित अन्य जिलों में कई लोग किसी न किसी वजह से जल गए थे। इन लोगों को सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में लाया गया था। इसकी सूचना पर एसीएम चतुर्थ दलबल के साथ सिविल अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे थे।
इमरजेंसी मेडिकल आफिसर डा. एस अली का आरोप है कि एसीएम सुरक्षाकर्मियों के साथ इमरजेंसी कक्ष में आए थे। मरीजों की जबरदस्त भीड़ थी। भीड़ की वजह से गंभीर मरीजों के इलाज में पहुंच रही बाधा के मद्देनजर एसीएम से सुरक्षाकर्मियो को इमरजेसी कक्ष से बाहर करने का अनुरोध किया। इस पर एसीएम लाल हो गए और अपशब्दों का प्रयोग करते हुए अभद्रता करने लगे। बीच-बचाव की कोशिश करने पर एसीएम द्वारा अन्य स्टाफ के साथ भी बदसलूकी की गई। इसके चलते इमरजेंसी में अफरातफरी मच गई जिससे कई गंभीर मरीजों को दिक्कतें उठानी पड़ी।