लखनऊ। दृष्टि सामाजिक संस्थान, जानकीपुरम विस्तार के बच्चों को मानवाधिकार जनसेवा परिषद के द्वारा कपड़ा बैंक के माध्यम से एकत्रित कपड़े दिए गये। इस अवसर पर श्रीमती गंगोत्री दुबे के द्वारा भी उनके पति स्वर्गीय लक्ष्मी नारायन दुबे की स्मृति में दृष्टि सामाजिक संस्थान के बच्चों को नये कपड़े दिए गए। कपड़ों का वितरण स्व. लक्ष्मी नारायन दुबे के पुत्र राजेन्द्र प्रसाद दुबे ने मानवाधिकार जनसेवा परिषद के अध्यक्ष रूप कुमार शर्मा के साथ किया।
दृष्टि सामाजिक संस्थान में लगभग 252 बच्चे हैं। दृष्टि संस्था मानसिक, शारीरिक रूप से दिव्यांग, दृष्टिबाधित अनाथ बच्चों के प्रशिक्षण व लालन पालन का दायित्व उठा रही है तथा बच्चों को घर का वातावरण उपलब्ध कराया जाता है। राजेंद्र प्रसाद दुबे ने कहा कि बच्चों को शीतकाल के नये कपड़े दिए गए हैं। इस अवसर पर मानवाधिकार जनसेवा परिषद के अध्यक्ष रूप कुमार शर्मा ने बताया कि परिषद के द्वारा विगत कई वर्षों से कपड़ा बैंक बनाकर गरीबों को वस्त्र वितरित किए जा रहे हैं।
इस वर्ष दृष्टि सामाजिक संस्थान के बच्चों को कपड़ों के वितरण का निर्णय लिया गया। कपड़ों के वितरण में रूप कुमार शर्मा, आर पी द्विवेदी, कुसुम वर्मा, सुधा सिंह तथा रंजीत राय शामिल रहे। दृष्टि सामाजिक संस्थान के धीरेश बहादुर ने संस्था के बच्चों को कपड़े उपलब्ध कराने हेतु गंगोत्री दुबे, राजेन्द्र प्रसाद दुबे तथा रूप कुमार शर्मा का आभार व्यक्त किया।
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