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एलियंस का लगा सुराग! वैज्ञानिकों का 99.7% पक्का दावा – जानिए पृथ्वी से कितनी दूर हैं मौजूद

Alien Planet: क्या धरती के अलावा ब्रह्मांड में कहीं और भी जीवन है। अक्सर इस तरह के सवाल मन में आते ही रहे हैं। लेकिन, अब इस सवाल को जो जवाब मिला है उससे इस तरह की संभावनाएं बढ़ गई हैं कि कही दूर दूसरे ग्रह पर भी जीवन हो सकता है। द सन की रिपोर्ट के मुताबिक हाल ही में वैज्ञानिकों की नजर हमारे सौरमंडल के बाहर एक ऐसे ग्रह पर पड़ी है, जिसका नाम K2-18b है। यह ग्रह पृथ्वी से लगभग 120 प्रकाश वर्ष दूर स्थित है। खास बात यह है कि इसे एक “हैबिटेबल जोन” यानी रहने लायक क्षेत्र में पाया गया है। इसका मतलब यह है कि वहां जीवन की पूरी संभावना है।

 

जीवन से भरा नया ग्रह?

ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने द सन को बताया है कि एक अद्भुत खोज हुई है। खोज में इस बात के संकेत मिले हैं कि एलियंस दूर के महासागरीय ग्रह पर हो सकते हैं। कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के शीर्ष खगोलविदों का कहना है कि वो 99.7 फीसदी आश्वस्त हैं कि उन्होंने जैविक गतिविधि का अब तक का सबसे अच्छा संकेत देखा है। यह ग्रह ‘जीवन से भरा हुआ’ हो सकता है।

K2-18b में जीवन की प्रबल संभावना

K2-18b एक ऐसा ग्रह है जो हमारे सूरज जैसे तारे की बजाय एक छोटे ठंडे तारे की परिक्रमा करता है। यह ग्रह पृथ्वी से ढाई गुना बड़ा है। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह ग्रह पूरी तरह पानी से ढका हो सकता है, जैसे एक बहुत बड़ा समुद्र। इसे ‘हाइसीन ग्रह’ कहते हैं, यानी ऐसा स्थान जहां पानी और जीवन के लिए सही माहौल हो सकता है। यह ग्रह अपने तारे से ना ज्यादा दूर है, ना ज्यादा पास, बल्कि ठीक उस जगह पर है जहां पानी जमने या उड़ने की बजाय तरल रूप में रह सकता है।

जीवन की संभावना क्यों?

खगोलविदों को K2-18b के वायुमंडल में कुछ ऐसे रासायनिक तत्व मिले हैं जो जीवन के संकेत हो सकते हैं। वैज्ञानिकों के इस ग्रह के वातावरण में दो खास रसायन मिले हैं। ये रसायन डाइमिथाइल सल्फाइड (DMS) और डाइमिथाइल डाइसल्फाइड (DMDS) हैं। ये रसायन पृथ्वी पर समुद्र में रहने वाले छोटे-छोटे जीव, जैसे फाइटोप्लांकटन बनाते हैं। ये वही जीव हैं, जो समुद्र में ऑक्सीजन बनाने में मदद करते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि इतनी ज्यादा मात्रा में ये रसायन बिना किसी जीव के बनना बहुत मुश्किल है। यानी हो सकता है कि K2-18b पर ऐसे छोटे जीव हों, जो इन रसायनों को बना रहे हों।

पहली बार मिले इतने मजबूत संकेत

कैंब्रिज विश्वविद्यालय के प्रोफेसर निक्कू मधुसूदन जो इस शोध के अगुवा हैं, वो कहते हैं “यह खोज हमें इस सवाल के करीब ले जा रही है कि क्या हम इस ब्रह्मांड में अकेले हैं।” उनका कहना है कि यह पहली बार है जब हमें इतनी दूर किसी ग्रह पर जीवन के इतने मजबूत संकेत मिले हैं। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों को K2-18b ग्रह के वायुमंडल में पानी की भाप के प्रमाण भी मिले हैं, जो जीवन के लिए जरूरी तत्व है। यहां हाइड्रोजन युक्त वातावरण है जो कुछ सूक्ष्मजीवों के लिए अनुकूल हो सकता है।

क्या हम कभी वहां पहुंच पाएंगे?

120 प्रकाश वर्ष की दूरी फिलहाल हमारी मौजूदा तकनीक से पार करना संभव नहीं है। लेकिन भविष्य में, जैसे-जैसे अंतरिक्ष यात्रा और दूरबीनों की तकनीक बेहतर होती जाएगी, हमें K2-18b के बारे में और ज्यादा जानकारी मिल सकती है। अभी बात सिर्फ संभावनाओं की है और इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि वहां सच में जीवन है या नहीं। लेकिन, जिस तरह के तत्वों की मौजूदगी है वो जीवन की संभावना को बढ़ा देती है।

ब्रह्मांड में अकेले नहीं हम!

फिलहाल, धरती से दूर जीवन के संकेत मात्र मिले हैं। अगर यह खोज सही साबित हुई तो ये मानव इतिहास की सबसे बड़ी खोज होगी। नई जानकारी से उत्साहित हुआ जा सकता है लेकिन अभी काफी जांच और शोध की जरूरत हैं। K2-18b की खोज के बाद इतना तो कहा ही जा सकता है कि शायद हम ब्रह्मांड में अकेले नहीं हैं।

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