लखनऊ। तहसील और थाना दिवस पर आने वाली जन समस्याओं को नजरअंदाज करना अब असफरों को भारी पड़ सकता है। मुख्यमंत्री कार्यालय अब तहसील व थाना दिवस पर आने वाली शिकायतों पर सीधे नजर रखेगा। अधिकारियों को शिकायतों के निस्तारण व उनकी प्रगति की रिपोर्ट सीधे सीएम कार्यालय को देना होगी। इससे शिकायतों को प्रभावी तरीके से निस्तारण हो सकेगा।
- शिकायतों को नजरंदाज करना अफसरों को पड़ सकता है भारी
- सीएम ने कहा मौके पर ही निस्तारित हो शिकायतें, जनता को न पड़े भटकना
तहसील व थाना दिवस पर आने वाली शिकायतों को प्रभावी तरीके से निस्तारित करने के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय उन पर सीधे नजर रखेगा। अभी हाल में ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर तहसील व थाना दिवस के दिनों में परिवर्तन किया था। अब हर महीने के पहले व दूसरे सप्ताह को तहसील व दूसरे व चौथे सप्ताह को थाना दिवस आयोजित किए जाने के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री ने उच्च स्तरीय बैठक में निर्देश दिए कि तहसील व थाना दिवस पर आने वाले प्रकरणों को कतई लंबित न रखा जाए। लोगों की शिकायतों पर संवेदनशीलता दिखाते हुए उसे तुरंत निस्तारित किया जाए। इसके अलावा आईजीआरएस पर आने वाले प्रकरणों को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विभागवार शिकायतों की स्थिति बारे में सीएम कार्यालय को अवगत कराया जाए।
सीएम की पहल जनता को मिलेगा तुरंत न्याय
प्रदेश सरकार की तहसील व थाना दिवस को प्रभावी बनाने की पहल जनता को बड़ी राहत देगी। उनकी समस्याएं तहसील व थाना स्तर पर ही दूर हो जाएंगी। इससे उनको फौरन न्याय मिल सकेगा । जनता को अपनी परेशानियों के लिए विभागों के चक्कर काटना नहीं पड़ेंगे। मौके पर ही उनकी समस्याओं को निस्तारण हो सकेगा। इसलिए यहां पर आने वाली शिकायतों की निगरानी सीएम कार्यालय करेगा। सीएम ने कहा कि जनता की संतुष्टि ही अधिकारियों की कुशलता का मानक है। इसलिए जनता की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निपटाएं ताकि वह संतुष्ट होकर घर जाए