औरैया। जिले के बेला क्षेत्र में हुई सेवानिवृत्त सैनिक की हत्या का पुलिस ने 24 घंटे में खुलासा करते हुए दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी समेत मोबाइल फोन व सोने की चेन बरामद की है। बताया कि पैसे के लेन-देन को लेकर पूर्व फौजी की हत्या की गई थी।
पुलिस अधीक्षक अपर्णा गौतम ने बुधवार को पत्रकारों के साथ वार्ता करते हुए बताया कि बेला क्षेत्र के गांव महू निवासी आमोद ने बीते दिवस लिखित सूचना दी थी कि सोमवार की रात्रि नौ बजे उनके भाई सेवानिवृत्त सैनिक मनोज सिंह को कुछ लोगों ने फोन कर बुलाया और चुनावी रंजिश के चलते उनकी हत्या कर दी, जिनका शव मंगलवार की सुबह मंदिर के पास लहूलुहान हालत में पड़ा मिला है। जिसमें उन्होंने पूर्व प्रधान सुमित सिंह उर्फ पिन्टू, अम्बरीश सिंह उर्फ राजू, गुरूदयाल उर्फ छुन्नू द्विवेदी, राजेश सिंह उर्फ रामजी व अंजू तिवारी निवासीगण महू को आरोपी बनाते हुए मुकदमा पंजीकृत कराया था।
बताया कि मुकदमा पंजीकृत करने के बाद इलेक्ट्रॉनिक व मैनुअल सर्विलांस के माध्यम एवं विवेचना में स्वाट व पुलिस टीम के प्रकाश में आये दो अभियुक्तों मोहन सिंह निवासी महू व मोहम्मद नौसाद खां निवासी दुवहा महू को पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर बताये गये स्थान जितेन्द्र सिंह के मुर्गी फार्म के पास से दिन में करीब 11:30 बजे घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया। पूछ-ताछ में गिरफ्तार अभियुक्त मोहन सिंह ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि उसने मृतक सेवानिवृत्त सैनिक मनोज से 50 हजार रुपए उधार लिये गये थे जिनके वापसी के लिए वह लगातार दबाव बना रहा था। जिससे आजिज आकर उसने घटना की रात्रि फोन करके पैसे देने के बहाने मनोज को बुलाया था जहां पर पैसों को लेकर नोक झोंक हुई जिस पर मेरे और मोहम्मद नौसाद खां द्वारा कुल्हाड़ी मारकर मनोज की हत्या कर दी गई थी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अभियुक्तों की निशादेही पर आला कतल रक्तरंजित कुल्हाडी, मृतक का टूटा हुआ मोवाईल, सोने की चेन व एक अदद चप्पल बरामद किये गये हैं। बताया कि मृतक के भाई द्वारा नामजद किए गए अन्य आरोपियों के दोनों अभियुक्तों से कोई लिंक हैं या नहीं, यह देखने के लिए विवेचना जारी रहेगी।
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर