सरकारी अस्पताल में तैनात एमबीबीएस डॉक्टरों के लिए बड़ी खबर है। यूपी के सरकारी अस्पतालों में जल्द ही डिप्लोमा कोर्स शुरू हो सकते हैं। नए बन रहे मेडिकल कॉलेज में भी डिप्लोमा कोर्स संचालित किए जाएंगे। इसका संचालन नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (एनबीई) कर सकता है।
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इन विभागों में चल सकता है डिप्लोमा कोर्स उन्होंने बताया कि फौरी तौर पर आठ विभागों में डिप्लोमा कोर्स संचालित करने का प्रस्ताव एनबीई ने दिया है। इनमें एनेस्थीसिया, गायनी, बालरोग, नाक-कान-गला रोग, रेडियोडायग्नोसिस, मेडिसिन, नेत्र रोग व टीबी-चेस्ट विभाग शामिल है।
आईएमए के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. आरपी त्रिपाठी ने एनबीई की तरफ से सीएम से मुलाकात कर उन्हें प्रस्ताव सौंपा। उन्होंने बताया कि देश के 12 से अधिक प्रांतों में यह डिप्लोमा कोर्स संचालित होते हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में इलाज करने वाले डॉक्टरों की गुणवत्ता बढ़ेगी। खास बात यह है कि इलाज के साथ डॉक्टर पढ़ाई भी कर सकेंगे। यह कोर्स जिला अस्पताल में भी संचालित हो सकेगा। इसके लिए विभाग में कम से कम दो वरिष्ठ डॉक्टरों की जरूरत होगी।
एनबीई ने सरकारी अस्पतालों के आठ विभागों में दो साल के डिप्लोमा कोर्स का प्रस्ताव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दिया है। एनबीई के प्रस्ताव पर सीएम ने भी रुचि दिखाई है। हालांकि उन्होंने प्रशासनिक अमले को प्रस्ताव पर विचार के लिए भेज दिया है।
एनबीई राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. शिवाकांत मिश्र ने बताया कि वर्ष 2021-22 में एनबीई ने शासन को पत्र लिखा था। यह केंद्र सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय का बोर्ड है। देश में करीब 1250 अस्पतालों में 13000 से अधिक पीजी सीटों की मान्यता दे चुका है। इस वजह से सीएम से मुलाकात करनी पड़ी।