लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल (CMS) लखनऊ को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में छात्र संख्या के आधार पर एक बार फिर से ‘विश्व के सबसे बड़े विद्यालय’ का गौरव मिला है, जो न सिर्फ लखनऊ के लिए बल्कि पूरे प्रदेश व देश के लिए गौरव का विषय है। वर्तमान शैक्षिक सत्र 2023-2024 में सीएमएस के सभी 21 कैम्पसों में सर्वाधिक 61,345 ऑनरोल छात्रों की संख्या के आधार पर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकाडर्स में स्थान मिला है।
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सीएमएस को वर्ष 1999 में 22,612 छात्रों की रिकार्ड संख्या के आधार पर पहली बार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में ‘विश्व के सबसे बड़े स्कूल’ के रूप में दर्ज किया गया था और तब से लेकर अभी तक लगभग 24 वर्षों की अवधि में यह रिकार्ड सीएमएस के नाम ही दर्ज है।
सिटी मोन्टेसरी स्कूल की इस उपलब्धि पर हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सीएमएस संस्थापक डा जगदीश गांधी व डा भारती गांधी ने कहा कि इस उपलब्धि का सारा श्रेय विद्यालय की प्रधानाचार्याओं, शिक्षकों, अभिभावकों व छात्रों को जाता है। गांधी दम्पत्ति ने लखनऊ के सभी सम्मानित नागरिकों के प्रति भी अपना आभार व्यक्त किया।
सीएमएस प्रेसीडेन्ट एवं एमडी प्रो गीता गांधी किंगडन ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में ‘विश्व का सबसे बड़ा स्कूल’ का गौरव प्राप्त करना निश्चित रूप से पूरे सीएमएस परिवार के लिए और समस्त लखनऊवासियों के लिए प्रसन्नता का विषय है।
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ज्ञात हो की 64 वर्ष पूर्व वर्ष 1959 में सीएमएस की स्थापना 5 बच्चों व उधार के 300 रूपये के साथ हुई थी, जिसमें आज लगभग 62,000 बच्चे सर्वोत्कृष्ट शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। यह डा जगदीश गांधी व डा भारती गांधी के 64 वर्षों की त्याग, तपस्या व परिश्रम का परिणाम है कि सिटी मोन्टेसरी स्कूल ने गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराया है।