लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, स्टेशन रोड कैम्पस की छात्रा पारुल श्रीवास्तव ने अमेरिका की प्रतिष्ठित फुलब्राइट-नेहरू डाॅक्टरल रिसर्च फेलोशिप अर्जित कर लखनऊ का नाम गौरवान्वित किया है। इस फेलोशिप के दौरान सीएमएस छात्रा को अपने शोध कार्यो हेतु अमेरिकी प्रशासन का भरपूर सहयोग मिलेगा, जिसके अन्तर्गत विशेष जे-1 वीजा, मासिक खर्च, अमेरिका आने-जाने का सम्पूर्ण खर्च एवं दुर्घटना अथवा बीमारी की स्थिति में अमेरिकी प्रशासन के मानकों के अनुसार समस्त सुविधाएं शामिल हैं।
सीएमएस संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने सीएमएस छात्रा की उपलब्धि पर हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। डा. गाँधी ने कहा कि लखनऊ के लिए यह बड़े गौरव की बात है कि सीएमएस के छात्र अपने मेधात्व एवं काबिलियत के दम पर लखनऊ का नाम पूरे विश्व में रोशन कर रहे हैं।
सीएमएस के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि पारुल ने इस उल्लेखनीय सफलता का सम्पूर्ण श्रेय सीएमएस को देते हुए कहा कि सीएमएस में स्कूली शिक्षा के दौरान मेरे शिक्षकों ने निरन्तर मेरा मार्गदर्शन करके मुझे आत्मविश्वास से परिपूर्ण बनाया जिसकी बदौलत मैंने देश भर के उच्च बौद्धिक और शिक्षित शोधकर्ताओं के साथ प्रतिस्पर्धा करने और अन्र्तराराष्ट्रीय मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का विश्वास विकसित किया। पूरे आत्मविश्वास के साथ चुनौतियों का सामना करने की जो सीख छात्रों में प्रारम्भिक दौर से ही विकसित की जाती है, वह सीएमएस।जैसे विश्वस्तरीय स्कूल में ही संभव है।
हरि ओम शर्मा ने बताया कि पारुल ने सीएमएस स्टेशन रोड कैम्पस से स्कूली शिक्षा प्राप्त करने के उपरान्त लखनऊ विश्वविद्यालय एवं दिल्ली के रामजस कालेज, दिल्ली विश्वविद्यालय व जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से उच्चशिक्षा पूर्ण की। पारूल वर्तमान में हैदराबाद यूनिवर्सिटी में रिसर्च कर रही हैं, साथ ही फुलब्राइट रिसर्च स्काॅलर के तौर पर अमेरिका की यूनिवर्सिटी आॅफ मैसाचुसेट्स के इतिहास विभाग में अपनी सेवायें प्रदान कर रही हैं। इसके अलावा, सी.एम.एस. की इस मेधावी छात्रा ने 1947 में भारत के विभाजन पर विशेष शोघ कार्य किया है एवं इनके लेखन को विभिन्न अन्तर्राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं एवं पत्रकारिता वेबसाइटों पर प्रमुखता से प्रकाशित किया गया है।