लखनऊ। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर गाइड समाज कल्याण संस्थान व नवयुग कन्या महाविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग व बीएड विभाग के संयुक्त तत्वाधान में छात्राओ को बुजुर्ग महिलाओं की समस्याओं के प्रति जागरूक व संवेदनशील बनाने हेतु वर्तमान परिप्रेक्ष्य में वृद्ध महिला की पारिवारिक समस्याये व समाधान : युवा नारी के कर्तव्य व ज़िम्मेदारी विषय पर एक सेमिनार
महाविद्यालय सभागार में आयोजित किया गया। जिसमें छात्राओं ने बहुत उत्साह के साथ भाग लिया तथा अपने विचार रखे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय न्यायमूर्ति एस.सी. वर्मा ने की व सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने युवाओं को परिवार की बुजुर्ग महिलाओं को समय व सम्मान देने के साथ स्वस्थ रखने के लिए किसी भी आउटडोर खेल/गतिविधि में उन्हें सहभागी बनाने की अपील की साथ ही उन्हें भावनात्मक रूप से सबल बनाने की सलाह दी।
संस्था की संस्थापक डॉ इन्दु सुभाष ने बालिकाओं को वृद्धजन सम्मान शपथ कराने के बाद उन्हें अपने कर्तव्य पालन करने व अधिकारों का दुरूपयोग न करने के लिए प्रेरित किया साथ ही प्रेम, क्षमा, सेवा जैसे सद्गुणों से पारिवारिक सौहार्द को बनाये रख कर बुजुर्ग महिलाओं के प्रति सम्मान का भाव रखने की सलाह दी।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रो. रीता बहुगुणा जोशी ने ज़िन्दगी में बुजुर्गों की अहमियत पर बोलते हुए कहा कि उनके अनुभवों का लाभ लेकर युवा पीढ़ी बहुत सी गलतियों को करने से बच सकती है। दादी नानी की सलाह हमें अपने लक्ष्य को बिना किसी बाधा के पाने में सक्षम बनाती है, तो घर की बहू बेटियों को उनके मान सम्मान व स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए तथा उनके जीवन को नितांत अकेलेपन से बचाना चाहिए।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण तेजस्विनी व मातृशक्ति सम्मान रहा जो क्रमशः महाविद्यालय की बीपीएड की जिम्नास्ट छात्रा कु. अभिलाषा शुक्ला व वृद्धाश्रम में रहने वाली विदुषीद्वय राकेश चौहान व प्रो. उषा दीक्षित को समर्पित किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. सीमा पांडेय सहायक प्रवक्ता शारिरिक शिक्षा विभाग द्वारा किया गया । कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. सृष्टि श्रीवास्तव द्वारा किया गया।