रिपोर्ट-डॉ. दिलीप अग्निहोत्री
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना के मद्देनजर स्वास्थ व आहार व्यवस्था के प्रति गम्भीर है। उंन्होने पहले ही यह निर्देश दिए थे कि लॉक डाउन में कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहना चाहिए। प्रत्येक जरूरतमन्द को भोजन अवश्य मिलना चाहिए। इसी के साथ योगी कोरोना के तीनों स्तरों संबधी स्वास्थ सेवाओं को पूरे प्रदेश में व्यापक बना रहे है। इसके लिए उन्होंने प्रत्येक जनपद के जिलाधिकारियों को निर्देश दिए है।
उन्होने कहा कि प्रत्येक जनपद में कोविड के लेवल वन हाॅस्पिटल स्थापित और कार्यशील होने चाहिए। इनमें कलेक्शन सेण्टर भी होने चाहिए। संकलित सैम्पल्स को प्रदेश में स्थापित दस कोरोना लैब्स में से किसी एक लैब को भेजा जाना सुनिश्चित किया गया है।
सैम्पल कलेक्शन और टेस्टिंग प्रत्येक दशा में सुनिश्चित होनी चाहिए। स्वास्थ विभाग प्रत्येक जनपद में कोविड लेवल टू हाॅस्पिटल स्थापित करेगा। प्रत्येक जनपद में पर्याप्त संख्या में पीपीई, मास्क नाइंटिफाइव तथा थ्री लेयर मास्क मौजूद हों।
लाॅकडाउन को सख्ती से लागू किया जाएगा।
सोशल डिस्टेन्सिंग का सभी को पालन करना चाहिए। मुंह ढंकने के लिए रीयूजे़बल ट्रिपल लेयर मास्क का प्रयोग किया जा सकता है।
बेहतर तैयारी के लिए सभी जिलों को एसडी आरएफ फण्ड से पहले ही धनराशि उपलब्ध कराई गई है। सभी जनपदों में कम्युनिटी किचन की व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया है।