कोरोना वायरस (Coronavirus) का खतरा अभी टला नहीं है, लेकिन वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) आने के बाद इससे निपटने की रफ्तार में तेजी आने की उम्मीद थी.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि अगस्त तक डेल्टा वैरिएंट पूरे यूरोप में फैल सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक बीते सप्ताह मामलों की संख्या में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। यूरोप के ऐसे क्षेत्र में कोरोना के मामलों में तेजी आ रही है, जहां अभी तक कोरोना वैक्सीन नहीं लगाई गई है।
स्टडीज में पता चला है कि कोविड वेरिएंट्स वैक्सीन की मदद से तैयार हुए न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी लेवल को कम कर देते हैं. कमी दिखाते इन आंकड़ों के आधार पर यह समझा जा सकता है कि ये वैक्सीन अलग-अलग वेरिएंट्स के खिलाफ कितनी असरदार हैं.
WHO ने कहा कि डेल्टा वैरिएंट बहुत जल्दी अल्फा वैरिएंट से आगे निकल चुका है और यही कारण है कि अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों और उनकी मौतों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है।
शुरुआत में ऐसा लगा भी, लेकिन लगातार रूप बदल रहे कोरोना ने अलग-अलग वेरिएंट्स के जरिए एक्सपर्ट्स के सामने नई चुनौतियां पेश की हैं. सबसे बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि नए वेरिएंट्स पर वैक्सीन असरदार होंगी या नहीं?