लखनऊ। केद्र की मोदी सरकार द्वारा कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत नहीं होने का दावा किये जाने के बाद विपक्ष हमलावर हो गया हैं कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बाद बसपा सुप्रीमों मायावती ने भी मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत न होने का केंद्र सरकार का दावा अति दुर्भाग्यपूर्ण है।
माया ने ट्वीट के माध्यम से केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा,‘भारत में ऑक्सीजन की कमी से कोरोना की दूसरी लहर में खासकर जो अफरातफरी व मौतें आदि हुईं. तो उससे निपटने के लिए केंद्र सरकार को विदेशी सहायता तक भी लेनी पड़ी, यह किसी से भी छिपा नहीं है, फिर भी ऑक्सीजन की कमी से मौतें नहीं होने का दावा करना अति दुर्भाग्यपूर्ण व अति-दुखद है। ऐसे मिथ्या बयानों से जनता में केंद्र के प्रति अविश्वास भी पैदा हो रहा है कि आगे कोरोना की तीसरी लहर अगर आई तो क्या होगा? जबकि केंद्र एवं राज्य सरकारों की भी प्राथमिकता व उत्तरदायित्व जनता के प्रति शत-प्रतिशत होना चाहिए व राजनैतिक एवं सरकारी स्वार्थ के प्रति कम।
गौरतलब हो,केंद्र सरकार ने 20 जुलाई को राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान कहा था कि दूसरी लहर के दौरान विशेष रूप से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी की भी मौत की जानकारी नहीं दी। केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी थी। उन्होंने यह भी बताया ‘‘बहरहाल, कोविड महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की मांग अप्रत्याशित रूप से बढ़ गई थी। महामारी की पहली लहर के दौरान, इस जीवन रक्षक गैस की मांग 3095 मीट्रिक टन थी जो दूसरी लहर के दौरान बढ़ कर करीब 9000 मीट्रिक टन हो गई थी।’