लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल अवध क्षेत्र के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने कहा कि रायबरेली की लालगंज कोतवाली में पुलिस कस्टडी में थर्ड डिग्री के इस्तेमाल से हुई दलित युवक की मौत पर शोक संवेदना में जा रहे राष्ट्रीय लोक दल के 11 सदस्यीय प्रतिनिधि मण्डल को बलपूर्वक रोकने के लिए पांच थाने की फोर्स लगाना तथा राष्ट्रीय सचिव माननीय ओंकार सिंह तथा मेरा मोबाइल नंबर सर्विलांस में लगाकर लोकेशन ट्रेस करना कौन कहां खड़ा है, प्रशासन का यह कृत्य बिल्कुल गलत है।
श्री सिंह ने कहा कि रास्ते पर पुलिस फोर्स को पीछे लगा देना एसओजी टीम को मेरे पीछे लगा दिया गया, पूरे जिले में जबरदस्त नाकेबंदी कर देना ऐसा लग रहा था कि शोक संवेदना में नेता नहीं मानो पूरे जिले में आतंकवादियों को ढूंढा जा रहा हो। जिला प्रशासन की ऐसी ओछी हरकत अपनी नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए की गयी। उन्होंने कहा कि किसी की शोक संवेदना में जाना मानवता का धर्म है।
रायबरेली का जिला प्रशासन सरकार के इशारे पर असंवेदनशील बना हुआ है शासन और प्रशासन की दमनकारी नीतियां समाज और राष्ट्र में जहर घोलने का काम कर रही है। किसान मसीहा एवं पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की नीतियां आज प्रासंगिक है, किंतु वर्तमान सरकार की नीतियां दमनकारी होने के साथ साथ किसान, मजदूर और जनविरोधी है।
जिला प्रशासन रालोद की बढ़ती ताकत से भयभीत होकर सत्ता पक्ष के इशारे पर राष्ट्रीय लोक दल को कुचलने का प्रयास कर रहा है, जोकि लोकतंत्र मे लोक तांत्रिक मूल्यों का हनन करने जैसा है। प्रशासन की इस दमनकारी हरकत से रालोद पीछे हटने वाला नहीं है। रणनीति के तहत जन विरोधी नीतियों के खिलाफ जिला प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा और मृतक परिवार को न्याय दिलाने हेतु महामहिम राज्यपाल जी से मुलाकात कर दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने एवं उच्च स्तरीय जांच की मांग की जाएगी।