लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंह ने प्रशासन द्वारा वाराणसी में गिरफ्तार किए जाने पर एक सभा में उन्होंने कहा है किसान की बात, को रखना क्या गलत है। सरकार के इस तानाशाही का जवाब समय आने पर जनता स्वयं देगी श्री सिंह ने आगे कहा है कि अपनी बात को रखना तो दूर सरकार दूसरे की बातों को सुनना भी पसंद नहीं करती है सुनील सिंह ने आगे कहा है कि प्रदेश में युवा बेरोजगार हैं रोजगार के लिए वह भटक रहे हैं सरकार युवाओं के रोजगार के लिए गंभीर नहीं है।
सरकार द्वारा रोजगार के मुद्दे पर छात्रों को धरना प्रदर्शन की अनुमति न देकर उनके लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है। प्रदेश में बेकारी भयावह स्थिति में है और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा रोजगार के सवाल को हल करने के बजाय बयानबाजी के माध्यम से पेश की जा रही बेहतर तस्वीर से युवाओं में भारी रोष व्याप्त है।
विगत महीने 24 फरवरी को प्रयागराज में रोजगार के मुद्दे पर छात्रों के शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन को विधि के विरूद्ध जाकर बलपूर्वक खत्म कराया गया, 25 युवाओं को गिरफ्तार कर 3 युवा मंच के पदाधिकारियों को जेल भेजा गया, गिरफ्तार युवाओं में 9 छात्राएं भी शामिल थीं। रोजगार के हालात न सिर्फ जस के तस हैं बल्कि प्रदेश में सरकार चाहें जो आंकड़े पेश करे लेकिन सच्चाई यही है कि बेकारी का संकट गहराता जा रहा है।
आजीविका/रोजगार का सवाल छात्रों-युवाओं के जिंदगी का अभिन्न हिस्सा है और इस मुद्दे के हल के लिए छात्र धरना प्रदर्शन की अनुमति मांग रहे हैं, तो सरकार को अनुमति देने में क्या आपत्ति है जोकि उनका लोकतांत्रिक व मौलिक अधिकार है।