मध्य प्रदेश के Dewas ( देवास )में नोट छापने वाले प्रेस में एक अधिकारी लंबे समय से नोट चोरी कर रहे थे। अधिकारी मनोहर वर्मा को सीआईएसएफ के जवानों ने दबोच लिया और उनके जूतों में दो सौ के नोट की गड्डी निकली। पुलिस ने मनोहर के दफ्तर और घर से 90 लाख 59 हजार रुपये बरामद किए हैं। देश में सिर्फ देवास नहीं बल्कि इन जगहों पर भी छपते हैं नोट और प्रति नोट आता है इतना खर्च…
विडियो हुआ वायरल
100, 500 रुपये के नोट ही छपते हैं Dewas में
मध्यप्रदेश के Dewas की नोट प्रेस में 20, 50, 100, 500 रुपये के नोट ही छपते हैं। महाराष्ट्र के नासिक की नोट प्रेस में 1, 2, 5 10, 50 100 के नोट छापे जाते हैं।
- पश्चिम बंगाल के सालबोनी में भी नोट प्रेस है।
- यहां 2,000 के नोटों की छपाई होती है।
- इसके अलावा कनार्टक मैसूर में भी नोट प्रेस है।
- इन सभी नोट प्रेसो में करीब 90 लाख से 4 करोड़ तक नोट प्रतिदिन छपते हैं।
- भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा नोट तैयार करने के लिए कॉटन से बने कागज का इस्तेमाल किया जाता है।
- इस कागज का प्रोडक्शन महाराष्ट्र स्थित करंसी नोट प्रेस और मध्य प्रदेश के होशंगाबाद पेपर मिल में ही होता है।
- कुछ खास किस्म का कागज विदेश से भी आता है।
- इन 4 फर्मों फ्रांस की अर्जो विगिज, अमेरिका का पोर्टल, स्वीडन का गेन और पेपर फैब्रिक्स ल्यूसेंटल में रुपये का कागज तैयार होता है।
यहां बनती है नोटों की स्याही
- इतना ही भारतीय नोटों पर इस्तेमाल होने वाली स्याही भी बेहद खास और काफी अलग होती है।
- नोट छापने के लिए ऑफसेट स्याही का इस्तेमाल किया जाता है।
- यह स्याही मध्य प्रदेश के देवास स्थित बैंकनोट प्रेस में तैयार होती है।
- वहीं जो स्याही नोट पर जो उभरी हुई दिखती है।
- यह स्याही सिक्कम में स्थित स्वीस फर्म की यूनिट सिक्पा यानी कि एसआईसीपीए में एक खास तरीके से तैयार की जाती है।
- नोटों की छपाई में होने वाले खर्च का खुलासा एक आरटीआई में हुआ है।
- 5 रुपये के नोट में 50 पैसा,10 रुपये के लिए 0.96 पैसे, 50 के नोट में 1.81 रुपये और 100 के नोट में 1.79 रुपये की लागत आती है।
- नए नोट छापने में कितना खर्च होता है यह जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है।
- बंद हो चुके 500 और 1000 रुपये के नोट पर 3.58 और 4.06 रुपये का खर्च आता था।