लखनऊ। पत्रकारों को संसद की प्रेस गैलरी से बाहर किए जाने पर लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की स्वतंत्रता का भी हनन किया जा रहा है, यह चिंता का विषय है। लोकतंत्र बचाओ देश बचाओ के कार्यक्रम में श्री सिंह ने कहा है कि साल 2014 में भाजपा और नरेंद्र मोदी की जीत के बाद से देश का लोकतांत्रिक स्वरूप काफी कमज़ोर हो गया है और अब ये ‘तानाशाही’ की स्थिति में आ गया है।
शीतकालीन सत्र का पहला दिन है। यह 5वां सत्र भी है आज संसद में केंद्र सरकार द्वारा तीन काले कृषि कानून को रद्द किए जाने पर विपक्ष के साथ चर्चा न किए जाने और पत्रकारों पर उनकी स्वतंत्रता पर लगाम लगाए जाने को लेकर श्री सिंह ने कठोर शब्दों में निंदा की है मीडिया की आज़ादी पर खुलेआम लगाम लगाई जा रही है। भारतीय जनता पार्टी द्वारा निरंतर लोकतंत्र की हत्या करते हुए भारतीय संविधान के अस्तित्व को चुनौती दी जा रही है जो कि संविधान के खिलाफ है।जिस संविधान की कसमें खाते हैं उसी को मिटाने की बात करते हैं।
संविधान बदलने के इरादे से सत्ता में आए हैं’ भाजपा से लोकतंत्र और संविधान को खतरा, देश में अघोषित आपातकाल सरकार हर चीज पर नियंत्रण करना चाहती है जिसमें से चौथा स्तंभ भी है और सरकार द्वारा बनाये गये माहौल को इससे पूर्व पहले कभी नहीं देखा गया।