चेतना शर्मा ने कुछ सुझाव देते हुए कहा, ‘उपवास के बाद पोस्ट-असेसमेंट टेस्ट करवा लें. क्या करना है और क्या नहीं, इसे समझना जरूरी है. सुनिश्चित करें कि आप दवाएं या इंसुलिन की खुराक बराबर लेते रहें. इन्हें आवश्यकता के अनुसार और अपने हेल्थकेयर प्रदाता से परामर्श करके एडजस्ट करें. उपवास के बाद अपने आहार की निगरानी करें. उपवास के दौरान नियमित अंतराल पर पानी पीते रहें. नियमित रूप से रक्त शर्करा (बल्ड शुगर) की निगरानी करें. उपवास के बाद नारियल पानी, ग्रीन टी, मक्खन और नींबू के रस जैसे तरल पदार्थ पीएं, एयरेटेड ड्रिंक से बचें.’
उन्होंने कहा, ‘व्रत के स्नैक्स को अधिक न खाएं। इनमें नमक और चीनी की उच्च मात्रा होती है। इसके बजाय कुछ उबला या भुना हुआ खाएं. टेबल साल्ट के बजाय रॉक साल्ट का उपयोग करें, क्योंकि इससे खनिज अवशोषण में मदद मिलती है. हल्का भोजन करें, क्योंकि यह पाचन में सहायता कर सकता है. मिठाई के स्थान पर, खजूर या फ्रूट योगर्ट का उपभोग करें। इसके अलावा, चीनी के बजाय शहद लें। ताजे फल और सब्जियां अधिक खाएं.’