उत्तर प्रदेश में योगीराज आने के साथ ही सपा के दागी मंत्रियों और अखिलेश यादव की मुश्किलें बढ़ गयी थी। इसका अंदाजा एक एक कर सपा राज में चलाई गई योजनाओं की जांच के आदेश दिए जाने से लगाया जा सकता है। पहले रिवरव्यू ,जेपी सेंटर, आगरा एक्सप्रेस-वे और फिर उसके बाद लैपटॉप मामले की जांच के आदेश।
निश्चित है कि इन सबके बाद अखिलेश यादव समेत सपाई खेमें में खलबली मच गई होगी।
मौजूदा सरकार की कार्य प्रणाली के चलते अखिलेश सरकार की धांधली सबके सामने आने लगी है। ताजा मामला छात्रों को तकनीकी से जोड़ने की बात कहकर उन्हें मिलने वाले लैपटाप योजना से जुड़ा है। जिसमें करोड़ों का घपला किये जाने की बात सामने आ रही है। फिलहाल यह जांच का विषय है कि क्या सच में “काम बोलता है” का जुमला देने वाली सरकार ने कोई बड़ा “कारनामा” कर दिया है!!!
रिपोर्ट: अनुपम चौहान