स्मार्टफोन अब जीवन का अहम हिस्सा बन गया है और ये ही एक ऐसी चीज है, जो सबसे ज्यादा आपके करीब रहता है. सुबह उठने के साथ ही अक्सर लोग स्मार्टफोन देखते हैं और रात को सोने से पहले भी घंटों फोन पर बिताते हैं. लेकिन, आपके कई काम आसान बनाने वाला स्मार्टफोन आपकी सेहत पर भी काफी असर पड़ता है. यह उन लोगों के लिए ज्यागा हानिकारक हैं, जो रात में सोने से पहले लाइट बंद करके काफी टाइम तक फोन में लगे रहते हैं.
एक रिपोर्ट में सामने आया है कि रात में स्मार्टफोन के इस्तेमाल से आपकी नींद पर काफी असर पड़ता है. ऐसे में जानते हैं कि आपका स्मार्टफोन किस तरह से आपकी नींद पर असर डालता है और इसके क्या नुकसान होते हैं. जानते हैं रात में फोन चलाना आपकी सेहत पर किस तरह असर डाल रहा है…
डीडब्ल्यू की रिपोर्ट के अनुसार, दो जुड़वां बहनों पर की गई रिसर्च में कई अहम जानकारी सामने आई है. इसमें एक बहन रोज रात में किताब पढ़कर सोती हैं, जबकि दूसरी बहन रात में फोन या टेबलेट का इस्तेमाल करने के बाद सोती है. दोनों ने सोने से पहले नींद को ट्रैक करने के लिए ट्रैकर का इस्तेमाल किया, जिसमें सामने आया है कि दोनों में फोन का इस्तेमाल करने वाली बहन कम नींद ले रही थीं. जबकि किताब पढ़ने वाली बहन को ज्यादा नींद आ रही है.
रिपोर्ट में एक नींद विशेषज्ञ के हवाले से कहा गया है कि इस रोशन की तंरगे काफी छोटी होती हैं. जब इन्हें आंखों से देखा जाता है तो उससे उन हार्मोन पर असर पड़ता है, जिससे शरीर को आराम मिलता है. इससे सोने और जागने के रूटीन में खलल पड़ती है. सीधे शब्दों में कहें तो इससे नींद की अवधि काफी कम हो जाती है.
साथ ही जिन बहनों पर रिसर्च की गई हैं, उन्होंने एक हफ्ते बराबर काम किया और दोनों एक ही वातावरण में रहीं. इसके बाद भी देखा गया कि फोन चलाने वाली बहन की नींद में काफी कमी हुई है. यह अंतर करीब 15 मिनट तक का है. उनकी नींद पर कितना असर पड़ रहा है, यह ध्यान केंद्रित करने वाले टेस्ट में भी साफ हो गया है. ऐसे में पता चलता है कि रात में सोने से पहले फोन की स्क्रीन में देखने से नींद पर काफी असर पड़ता है.
नींद ना आने से क्या होता है?
एक्सपर्ट्स का कहना है कि रात में अच्छी नींद ना आने की वजह से दिन में ध्यान केंद्रित करने की क्षमती पर काफी असर पड़ता है. अगर आपको रात में सोते समय फोन देखने की आदत है तो आप इसकी सेंटिंग में बदलाव करके या तो रोशनी को कम कर सकते हैं. इसके अलावा नीली रोशनी के स्थान पर इसका कलर लाल कर सकते हैं ताकि आपकी नींद पक ज्यादा असर ना पडे़.