आयुर्वेद के अनुसार घर पर ही कुछ सरल उपाय करके कई गंभीर रोगों से छुटकारा पाया जा सकता है। ऐसा ही एक उपाय है तांबे के बर्तन में रखा पानी पीना। तांबे के बर्तन में रखे पानी को ताम्र जल भी कहा जाता है। सेहत के लिहाज से तांबे के लोटे, जग या गिलास में कम से कम आठ घंटे रखा हुआ पानी फायदेमंद होता है।
-पेट की सभी समस्याओं के लिए तांबे का पानी बेहद फायदेमंद होता है। रोजाना इसका उपयोग करने से पेट दर्द, गैस, एसिडिटी और कब्ज जैसी परेशानियों से निजात मिल सकती है।
-तांबे में उपस्थित एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व असमय बढ़ती उम्र के निशान को कम कर आपको जवां बनाए रखने में मदद करते हैं। यह फ्री रैडिकल की समस्या को दूर कर त्वचा को झुर्रियों, बारीक लाइनों और दाग-धब्बों से बचाकर स्वस्थ और जवां बनाए रखता है।
मस्तिष्क को उत्तेजित कर उसे सक्रिय बनाए रखने में तांबे का पानी बहुत सहायक होता है। इसके प्रयोग से स्मरणशक्ति मजबूत होती है, और दिमाग तेज होता है।
तांबे का पानी पाचनतंत्र को मजबूत कर बेहतर पाचन में सहायता करता है। रात को तांबे के बर्तन में पानी रखकर सुबह उसका सेवन करने से पाचन क्रिया दुरुस्त होती है। इसके अलावा यह अतिरिक्त वसा को कम करने में भी बेहद मदददगार साबित होता है।