• एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में बताया गया- कैसे निभाएं फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम में बेहतर भूमिका
• हर व्यक्ति को अपने सामने ही कराएं सर्वजन दवा का सेवन
औरैया। फाइलेरिया एक गंभीर बीमारी है, इससे बचने का एकमात्र उपाय सर्वजन दवा सेवन करना है ताकि समय रहते फाइलेरिया के परजीवी पर नियंत्रण पाया जा सके। बुधवार को इसी सिलसिले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिधूना के सभागार में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर (डीए) आशा कार्यकर्ताओं और सुपरवाइजर को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया, ताकि वह अपने कार्य क्षेत्र में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम में बेहतर भूमिका निभा सकें।
प्रशिक्षण की अध्यक्षता कर रहे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिधूना के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर अविचल पांडे ने बताया कि प्रशिक्षण में कुल 90 ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में उन्हें बताया गया कि 10 अगस्त से 28 अगस्त तक प्रस्तावित फाइलेरिया सर्वजन दवा सेवन अभियान के तहत घर-घर जाकर किस तरह ज्यादा से ज्यादा लोगों को दवा खिलाएं। उन्हें बताया गया कि वह सभी को अपने सामने ही दवा खिलाएं।
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साथ ही कहा की दवा सेवन के प्रतिशत कोबढ़ाने के लिए लिए स्वयं सहायता समूहों, प्रधान, बीडीसी सदस्य, कोटेदार, स्कूल के अध्यापकों से सभी डीए सहयोग ले ताकि राशन वितरण के दौरान कोटेदार आम जनमानस को दवा सेवन के लिए प्रोत्साहित कर सके। साथ ही ग्राम स्तर से प्रधान के द्वारा 10 अगस्त को कार्यक्रम का उद्घाटन कराए, डुगडुगी के माध्यम से जन मानस को जागरूक कराए, स्वयं सहायता समूहों की पदाधिकारियों के द्वारा 5 घर दाए 5 घर बाएं के परिवारों को कार्यक्रम की दिनाक अवगत कराए,स्कूल में अध्यापक के सहयोग से रैली का आयोजन कराए, प्रार्थना सभा में बच्चो को भी जागरूक करे।
किस प्रकार खिलाई जाएगी दवा
पीसीआई संस्था के जिला प्रतिनिधि सुनील गुप्ता ने बताया कि फाइलेरिया से बचाव के लिए इस बार एक वर्ष से दो वर्ष तक के बच्चों के लिए आधी गोली एल्बेंडाजोल की दी जाएगी। दो से पांच वर्ष के बच्चों को डीआईसी की एक गोली और एल्बेंडाजोल की एक गोली, छह से 14 वर्ष के बच्चों के लिए डीआईसी की दो गोली, एल्बेंडाजोल एक गोली, 15 वर्ष से ऊपर के लोगों के लिए डीआईसी की तीन गोली, एल्बेंडाजोल की एक गोली आशा कार्यकर्ता अपने सामने खिलवाएंगी। उन्होंने बताया कि गर्भवती महिला, गंभीर रोगियों को दवा का सेवन नहीं कराना है।
दवा का हल्का साइड इफेक्ट हो तो घबराएं नहीं
उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं को बताया कि किसी- किसी को दवा का सेवन करने के बाद प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। शरीर के अंदर कीड़े मरने की वजह से कभी-कभी किसी व्यक्ति को सिर में दर्द, बुखार, उल्टी, बदन पर खुजली हो सकती है। इसलिए इससे घबराएं नहीं चाहिए, यह स्वत: ठीक हो जाता है। उन्होंने बताया कि ऐसी स्थिति होने पर सभी आशा कार्यकर्ता धैर्य पूर्ण व्यवहार का परिचय दें,नजदीकी स्वास्थ्य टीम और सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि से समन्वय स्थापित करें, जिससे दवा सेवन के बाद होने वाले साइड इफेक्ट के संदर्भ में स्वास्थ्य टीम आकर तुरंत अपने स्तर से भी जानकारी उपलब्ध कराएगी, जिससे लोगों को सकारात्मक संदेश पहुंचे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित आशा निशा ने बताया कि एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से हम सबको सर्वजन दवा सेवन के संदर्भ में विस्तारपूर्वक जानकारी मिली, जिससे स्थानीय लोग अगर दवा खाने के लिए मना करेंगे तो उन्हें हम बताएंगे फाइलेरिया नहीं है तब भी दवा का सेवन आवश्यक है। क्योंकि इस गंभीर बीमारी से बचने का एकमात्र उपाय सर्वजन दवा सेवन ही है। यह दवा पूर्णतः सुरक्षित है इसका सेवन अवश्य करें। आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में बीसीपीएम अनुपम अवस्थी एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर