- लापरवाही एवं शिकायत पर एमडी सहित कई अधिकारियों को लगाई फटकार
- कई अधिकारियों के किए गए ट्रांसफर, कुछ पर सख्त कार्रवाई के दिए गए निर्देश
- मऊ और आजमगढ़ के जेई को निलंबित करने के निर्देश
- विद्युत की वास्तविकता जानने व सुधार के लिए विभिन्न जिलों के उपभोक्ताओं एवं जनप्रतिनिधियों से ऊर्जा मंत्री ने संवाद कर जाने सुझाव
- निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सभी उच्चाधिकारियों की होगी जिम्मेदारी
– ए0के0 शर्मा
- Published by- @MrAnshulGaurav
- Monday, April 25, 2022
लखनऊ। प्रदेश के ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री ए0के0 शर्मा ने प्रदेश की विद्युत व्यवस्था को बेहतर बनाने तथा उपभोक्ताओं को सुविधाएं प्रदान करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि विद्युत व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए अधिकारियों की लचर कार्यशैली एवं कार्य के प्रति लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं एवं जनप्रतिनिधियों की शिकायतों तथा शासन एवं सरकार के निर्देशों को गंभीरता से न लेने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ऊर्जा मंत्री, सोमवार को, शक्ति भवन में पूर्वांचल डिस्कॉम के विद्युत व्यवस्था की वास्तविकता जानने एवं इसमें सुधार हेतु अधिकारियों के साथ वर्चुअल समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने उपभोक्ताओं एवं जनप्रतिनिधियों से भी बिजली की वास्तविक स्थिति के संबंध में जानकारी ली एवं इसमें सुधार के लिए उनके सुझाव भी लिए।
उन्होंने उपभोक्ताओं एवं जनप्रतिनिधियों की शिकायतों पर पूर्वांचल डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक विद्या भूषण को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने मुख्यमंत्री की मंशानुरूप शिड्यूल के अनुरूप विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने तथा उपभोक्ताओं की शिकायतों का त्वरित समाधान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्यों के प्रति अधिकारियों की किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने लापरवाही एवं शिकायत पर मऊ और आजमगढ़ के जेई को निलंबित करने, लापरवाह अधिकारियों के ट्रांसफर करने तथा शिकायतों पर प्रभावी कार्यवाही न करने वालों पर सख्त कार्रवाई के भी निर्देश दिए। उन्होंने मऊ एवं आजमगढ़ जनपद के अधीक्षण अभियंता को विद्युत आपूर्ति ठीक तरीके से सुनिश्चित न करने पर फटकार लगाई और उन्हें जमीनी स्तर पर कार्य करने के लिए क्षेत्र में भ्रमण करने के निर्देश दिये।
ऊर्जा मंत्री ने अधिकारियों/कर्मचारियों के कार्यों तथा विद्युत व्यवस्था को मॉनीटर करने के लिए अधीक्षण/अधिशासी अभियंता स्तर के अधिकारियों की मोबाइल टीम बनाने और इसे जीपीआरएस से मॉनीटर करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सब स्टेशन स्तर पर क्षतिग्रस्त उपकरणों के मेंटिनेंस की योजना बनाने तथा समस्याओं का शीघ्र समाधान हो इसपर योजना बनाकर कार्य किया जाय तथा उपकेंद्र स्तर पर आपूर्ति एवं लोड का वास्तविक प्लान बनाकर 24 घंटे में परिवर्तन लाना सुनिश्चित करें।
ऊर्जा मंत्री ने निर्देश दिए कि भीषण गर्मी में आपूर्ति बाधित न हो, इसके लिए उपकेंद्रों, फीडरों एवं ट्रांसफार्मर का लोड चेक करने तथा आवश्यकतानुरूप इनका लोड बढ़ाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने विद्युत चोरी पर पूर्ण नियंत्रण, बड़े बकायेदारों पर प्रभावी कार्रवाई करने तथा 24 घंटे विद्युत आपूर्ति के लिए राजस्व वसूली पर जोर हो, इसके निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विद्युत व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित हो, इसके लिए खराब ट्रांसफार्मर की समय से मरम्मत करने, फाल्ट एवं ट्रिपिंग न हो, इसके लिए जर्जर एवं झूलते तारों तथा क्षतिग्रस्त पोल को सुधारने एवं उपभोक्ताओं को समय पर बिल उपलब्ध हो, इसपर योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जाए।
बैठक में अपर मुख्य सचिव ऊर्जा आलोक सिन्हा, चेयरमैंन यूपीपीसीएल एम देवराज, एडीजी यूपीपीसीएल एस0एन0 सांबत, प्रबंध निदेशक यूपीपीसीएल पंकज कुमार, एवं अन्य उच्चाधिकारियों सहित पूर्वांचल डिस्काम के अधिकारी, उपभोक्ता एवं जन-प्रतिनिधि उपस्थित रहे।